स्वास्थ्य शिविर तथा स्वावलंबन रोजगार गोष्टी का आयोजन.
गोरखपुर ।।
शाही ग्लोबल हॉस्पिटल में पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से आए हुए दिव्यांग जनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया आवश्यकता अनुसार उनकी जांच की गई तथा दवा का वितरण किया गया. इनके रोजगार तथा स्वावलंबन पर भी चर्चा किया गया. इन्हें किस तरह से कौन सा रोजगार दिया जाए इस पर भी विचार विमर्श किया गया. सक्षम (समदृष्टी क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल) राष्ट्रव्यापी संगठन है जो दिव्यांग जनों के सर्वांगीण विकास उत्थान तथा उनके स्वावलंबन के लिए काम करता है. सक्षम द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम सफल रहा. कार्यक्रम में सक्षम गोरक्ष प्रांत के प्रांत अध्यक्ष डॉक्टर शिव शंकर शाही, सक्षम गोरखपुर महानगर अध्यक्ष डॉ मुकेश शुक्ला, कामा प्रभारी डॉक्टर वाई सिंह सचिव श्री प्रमोद दुबे, सह सचिव श्री शिवानंद जी, पूर्वांचल दिव्या एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संजय कुमार जयसवाल जी, युवा प्रमुख श्री अंकित मिश्रा सहित सक्षम तथा पूर्वांचल दिव्यांग एसोसिएशन के सभी कार्यकर्ता मौजूद थे.
स्वास्थ्य परीक्षण में शहर के गणमान्य चिकित्सक डॉक्टर शिव शंकर शाही, डॉ मुकेश शुक्ला, डॉक्टर सतीश नायक, डॉ प्रमोद नायक, डॉ अमित शाही, डॉक्टर कमलेश शर्मा, डॉ अजय पति त्रिपाठी, डॉ देवाशीष श्रीवास्तव प्राकृतिक चिकित्सक डॉक्टर पवन कुमार श्रीवास्तव के साथ डॉ जूही तथा अन्य चिकित्सक ने दिव्यांग जनों का विधिवत स्वास्थ्य परीक्षण किया.
संगोष्ठी में स्वरोजगार तथा स्वावलंबन पर परिचर्चा सुश्री रोली नारायण, स्पर्श श्रीवास्तव, श्री एस के गुप्ता श्री नागेंद्र पांडे, श्री सोनू सिंह उपाध्यक्ष सक्षम सिद्धार्थनगर सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ता दिव्यागो के रोजगार के लिए आगे बढ़ कर आए. अपने उद्बोधन में प्रांत अध्यक्ष डॉक्टर शिव शंकर ने कहा कि गोरक्ष प्रांत के सभी दिव्यांगों का हमेशा निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण होगा अगर महंगी जांच की आवश्यकता पड़ती है जैसे सीटी एमआरआई आदि तो उसे भी अति रियायती दर पर किया जाएगा. डॉक्टर शाही ने बताया कि जिस तरह से चाइना छोटे-छोटे लघु उद्योग झालर कैंडल बैलून आदि बनाकर पूरे विश्व को अपनी आंख दिखा रहा है अगर हमारे देश के दिव्यांगजन हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा स्किल्ड रोजगार योजना के तहत काम करके और छोटे छोटे लघु उद्योग चालू करें तो भारतवर्ष को पुनः सोने की चिड़िया बनने से कोई रोक नहीं सकता. यह दिव्यांगजन ही चाइना जैसे विकसित देश को नीचा दिखाने में भारत को आगे बढ़ा कर महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं।
आज के स्वास्थ्य परीक्षण में लगभग 350 दिव्यांगजन आए सभी को स्वास्थ्य परीक्षण दवा वितरण जांच तथा भोजन की व्यवस्था किया गया था।