क्षत्रियों पर अपनी जानकारी सुधारें मनोज झा – रीना सिंह
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय इतिहासकार कर्नल टाड ने लिखा है की हिंदुस्तान के इतिहास से यदि राजपूत शब्द हटा दिया जाए तो इतिहास में कुछ बचेगा ही नहीं। यह मनोज झा जैसे उन सांसदों को याद रखनी चाहिए जो सदैव क्षत्रियों के विरुद्ध अनर्गल टिप्पणी करते रहते हैं। यह बातें सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता एवं ‘योगी आदित्यनाथ लोक कल्याण के पथ पर’ नामक किताब की लेखिका रीना सिंह ने कहा। रीना सिंह ने मनोज झा के द्वारा संसद में ‘ठाकुर का कुआं’ नामक कविता का पाठ करने पर यह बात कही। रीना सिंह ने कहा कि क्षत्रियों ने इस देश को और उसकी आन बान शान को बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति तक दी है। रीना सिंह ने कहा कि ठाकुर के बारे में तो बता दिया लेकिन यह नहीं बताया कि तुम्हारे पास 27 फ़ीसदी का आरक्षण है जो इस देश के संविधान के तहत दिया गया है। वह भी राजा विश्वनाथ प्रताप सिंह नामक ठाकुर प्रधानमंत्री ने ही दिया है। रीना सिंह ने कहा कि मनोज झा जैसे लोग अभी और परेशान होंगे क्योंकि जब राम मंदिर खुलेगा तब उनकी बौखलाहट बढ़ेगी क्योंकि सनातन धर्म में सबसे बड़े क्षत्रिय भगवान राम ही है। उन्होंने कहा कि राजनेताओं को सदैव जातिगत टिप्पणी करने से बचना चाहिए इससे समाज में वैमनस्यता फैलती है।