आमी नदी पुल की टूटी रेलिंग ठीक, उजाला 24*7 की खबर ने जगाया प्रशासन।
संतकबीरनगर, मगहर में आमी नदी के पुल की टूटी रेलिंग, जो हादसों का सबब बनी थी, आखिरकार उजाला 24*7 की खबर के बाद प्रशासन की नींद टूटी और अब पूर्ण रूप से दुरुस्त हो चुकी है। स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। इस पुल की मरम्मत ने न केवल आवागमन को सुरक्षित किया, बल्कि एक संभावित खतरे को भी टाल दिया।
करीब तीन माह पहले एक ट्रक की टक्कर से क्षतिग्रस्त हुई रेलिंग की मरम्मत में देरी से मगहर और आसपास के निवासियों में हादसे का डर बना हुआ था। यह पुल संतकबीरनगर और बस्ती को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग है, जहां रोजाना सैकड़ों वाहन और पैदल यात्री गुजरते हैं। रात में अपर्याप्त स्ट्रीट लाइट और टूटी रेलिंग के कारण खतरा और बढ़ जाता था। स्थानीय लोगों ने बताया कि छोटी-मोटी दुर्घटनाएं हो चुकी थीं, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के चलते स्थिति जस की तस थी।
उजाला 24*7 ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया, जिसके बाद जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग हरकत में आए। जिलाधिकारी के निर्देश पर तत्काल मरम्मत कार्य शुरू हुआ, और अब पुल की रेलिंग पूरी तरह ठीक हो चुकी है। स्थानीय निवासी रामलाल ने कहा, “यह पुल संतकबीर और गुरु गोरक्षनाथ के ऐतिहासिक संवाद से जुड़ा है। इसकी उपेक्षा दुखद थी, लेकिन अब हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने बताया कि रेलिंग के साथ-साथ पुल की नियमित जांच और रखरखाव की योजना बनाई गई है। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि भारी वाहनों के आवागमन को नियंत्रित कर और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था को मजबूत कर भविष्य में हादसों को रोका जा सकता है। इस कार्रवाई ने प्रशासन की जवाबदेही और मीडिया की ताकत को रेखांकित किया।