स्व. गोलोक नारायण पाण्डेय को श्रद्धांजलि: डॉ. धर्मेन्द्र सिंह ने कहा- विधिक ज्ञान से सम्मानित हुआ विधि व्यवसाय

 स्व. गोलोक नारायण पाण्डेय को श्रद्धांजलि: डॉ. धर्मेन्द्र सिंह ने कहा- विधिक ज्ञान से सम्मानित हुआ विधि व्यवसाय

गोरखपुर,  दी कमिश्नर्स कोर्ट बार एसोसिएशन के संस्थापक सदस्य और एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन स्व. गोलोक नारायण पाण्डेय की प्रथम पुण्यतिथि पर स्व. अजय टंडन स्मृति सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य डॉ. धर्मेन्द्र सिंह और विशिष्ट अतिथि पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेश कुमार गुप्ता ने स्व. पाण्डेय को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। 

 

डॉ. धर्मेन्द्र सिंह ने कहा, “जो समाज अपने पूर्वजों की कृतियों को संजोता है, वही सम्मानित होता है। स्व. गोलोक जी का जीवन नैतिकता, चरित्र और अनुशासन का अनुपम उदाहरण था। उनके विधिक ज्ञान ने विधि व्यवसाय को गौरवान्वित किया। 18 पुराणों का सार सेवा है, और उनका सम्पूर्ण जीवन परोपकार, ईमानदारी व नैतिकता से परिपूर्ण रहा।” उन्होंने एसोसिएशन की इस पहल की सराहना की। 

 

विशिष्ट अतिथि राजेश कुमार गुप्ता ने स्व. पाण्डेय से अपने पारिवारिक रिश्तों को याद करते हुए कहा, “सम्पन्न परिवार से होने के बावजूद उनकी सादगी और विनम्रता अनुकरणीय थी।” स्व. पाण्डेय के पुत्र निकेत नारायण सेवक पाण्डेय ने भावुक होते हुए कहा, “पिताजी ने पितृ धर्म का पूर्ण निर्वहन किया और परिवार की हर जिम्मेदारी निभाई, हमें कुछ करने को शेष नहीं छोड़ा।” 

 

वक्ताओं ने स्व. पाण्डेय के गहन विधिक ज्ञान, विशेषकर राजस्व विधि और सीलिंग कानून में उनकी विशेषज्ञता की प्रशंसा की। उनकी सरलता, सहजता और व्यवहार कुशलता को सभी ने याद किया। सभा की अध्यक्षता बार अध्यक्ष बाबूराम वर्मा ने की, जबकि मंत्री सतीश चन्द्र पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया। संचालन विनय कुमार उपाध्याय ने किया। 

 

कार्यक्रम में इंदुभूषण श्रीवास्तव, जय प्रकाश नारायण श्रीवास्तव, अखिलेंद्र कुमार श्रीवास्तव, अमिताभ त्रिपाठी (अटल), शैलेश मिश्र, वीरेंद्र प्रताप सिंह, श्रीमती गुंजन श्रीवास्तव, भास्कर शुक्ल, बृजभूषण श्रीवास्तव, रमन श्रीवास्तव, रंजीत कुमार दूबे, हरिप्रकाश मिश्र, विष्णुकांत शुक्ल, रमेश प्रकाश मणि, प्रमोद कुमार पाठक, वैभव त्रिपाठी सहित कई अधिवक्ता उपस्थित रहे। यह सभा स्व. पाण्डेय के योगदान को अमर बनाने का प्रतीक बनी। 

Previous articleरक्षाबंधन से पहले गोरखपुर में मिलावटखोरों पर नकेल: फूड विभाग ने रोडवेज बस से पकड़ा 32 बोरी नकली खोवा
Next articleआमी नदी पुल की टूटी रेलिंग ठीक, उजाला 24*7 की खबर ने जगाया प्रशासन।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here