किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती ।

किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती ।

 

सरकारी विभागों और निजी बीज उर्वरक कंपनियों ने स्टाल लगाकर किसानों को किया जागरूक 

सदर विधायक व मेंहदावल विधायक ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धासुमन किया अर्पित 

 

 जिले के प्रगतिशील किसानों को विधायकों ने प्रशस्ति पत्र किया सम्मानित 

 

संतकबीरनगर। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती का पर्व सोमवार जिले में किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाई गई। कृषि विभाग द्वारा विकास भवन स्थित डीपी आरसी हाॅल में एक गोष्ठी का भी आयोजन किया। तदोपरांत श्रीअन्न फसलों और कृषि, उद्यान, मण्डी समिति, उद्योग, पशुपालन सहित अन्य निजी बीज उर्वरक कंपनियों द्वारा स्टाल लगाकर योजनाओं एवं उत्पादों का प्रचार-प्रसार करते हुए किसानों को जागरूक किया गया।

 कार्यक्रम का शुभारंभ सदर विधायक अंकुर राज तिवारी व मेंहदावल विधायक अनिल त्रिपाठी ने स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर प्रारंभ किया गया। 

 सदर विधायक अंकुर राज तिवारी ने कहा कि किसानों के सम्मान के लिए चौधरी चरण सिंह हमेशा लड़ते रहे। उन्होंने बताया कि आजादी के समय खाने के लिए अनाज नहीं था, वह अनाज जो विदेश में जानवर खाते थे, उसे हम लोगों के लिए मंगाया जाता था, स्व. चौधरी जी ने इन समस्याओं से देश को मुक्त कराया। आज परिणाम यह है कि हमारा देश विदेशों को अनाज भेज रहा है। हमारे किसानों को जागरूक होना चाहिए । वर्तमान समय में अपना मुनाफा कमाते हुए फसलों को पैदा कर उत्पाद को विदेश में भी भेज सकें और इसे प्राप्त मुनाफे से खुद समृद्ध हो सके। 

  मेंहदावल विधायक अनिल त्रिपाठी ने कहा कि स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह ने कांग्रेस के अधिवेशन में संपूर्ण स्वराज की मांग के लिए विशेष अभियान चलाया। उन्होंने युवाओं, किसानों, महिलाओं एवं गरीबों के लिए उनके विकास के लिए तमाम प्रयास किया। हमारी सरकार काफी प्रयास कर रही है और हमारे खेतों में रसायन मुक्त अनाज पैदा करने के लिए श्री अन्न कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा की जा चुकी है। हम पूरी तरह से खेती पर आत्मनिर्भर हो चुके हैं। 

वर्तमान में सरकार आवारा पशुओं को पालन के लिए गौशालाएं स्थापित कर रही है जिससे अब समस्या नहीं रह गए हैं। आज ऐसी व्यवस्था बनाई गई है जिससे खेतों में अनाजों को चरने वाले नील गायों को जैविक उपाय करके भगाया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसी दवाओं को लार्ज स्केल पर उपलब्ध कराया जाए, जिससे नीलगाय की समस्या स्थाई रूप से समाप्त हो सके। 

 उप निदेशक कृषि डा. राकेश सिंह द्वारा किसानों को को सोलर पंप में ऑनलाइन बुकिंग एवं फार्मा रजिस्ट्री के लिए बुकिंग एवं पंजीकरण कराने के बारे में जानकारी दी। जिला उद्यान अधिकारी ने हाईटेक नर्सरी, मखाना किला, केला, गेंदा, ग्लेडियोलस पर विभागीय अनुदान के बारे में बताया। भूमि संरक्षण अधिकारी ने चौधरी चरण सिंह के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। जिला विकास अधिकारी ने जनपद में एनआरएलएम समूह की महिलाओं को ड्रोन दीदी का प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हुए जनपद में ड्रोन से कृषि रक्षा रसायन एवं उर्वरक के प्रयोग को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में कृषि विभाग द्वारा धान, गेहूं, सरसों व उड़द में अधिक उत्पादन पर कुल आठ किसानों और पशुपालन, मत्स्य पालन एवं उद्यान विभागों द्वारा कुल 6-6 लोगों को सम्मानित किया गया। 

 इस अवसर पर डीसी एनआरएलएम जीशान रिजवी, जिला कृषि अधिकारी सर्वेश कुमार यादव, उपायुक्त उद्योग राज कुमार शर्मा, आशीष सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी महेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र पाठक आदि मौजूद थे ।

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