स्कूल जाने के लिए रास्ता ही नहीं, केवल पगडंडी का सहारा
गोरखपुर/सहजनवां। गांव के विकास में सड़कों की भूमिका अहम होती है। ऐसे में जहां सड़कें ही न हो वहां विकास की बात करना बेईमानी है। कुछ ऐसा ही सहजनवां तहसील क्षेत्र के पिपरौली ब्लॉक के खानीमपुर का हाल है।
ब्लॉक के खानीमपुर इंटर कॉलेज को जाने के लिए छात्र-छात्राओं को पगडंडी पर चलना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में हालत और खराब हो जाता है। अभिभावकों की गुहार के बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
बता दें कि, पिपरौली ब्लॉक के खानीमपुर में स्थापित लगभग 60 वर्ष पुराने इंटर कॉलेज को जाने के लिए अब तक रास्ते का निर्माण नहीं हो सका है। इंटर कॉलेज में पढ़ने के लिए नेवास, बरवार, बरहुआ और बड़गहन सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों के लगभग 300 से 400 विद्यार्थी प्रतिदिन आवागमन
करते हैं। नेवास से खानीमपुर तक 1.50 किमी छात्र-छात्राओं को पगडंडी वाले रास्ते पर खेतों के बीच से होकर गुजरना पड़ता है। पगडंडी इतनी संकरी है कि रास्ते पर पैदल के अलावा साइकिल ही बमुश्किल गुजर सकती है। रास्ते पर नेवास गांव का मशहूर रेटहा बाबा का 200 वर्ष प्राचीन मंदिर भी है, जो क्षेत्रवासियों की आस्था का केंद्र है। रविवार और मंगलवार को बड़ी संख्या में लोग यहां जेवनार चढ़ाने आते हैं। लेकिन सड़क नहीं होने से उनको काफी परेशानी उठानी पड़ती है। बारिश के दिनों में परेशानी और बढ़ जाती है। खास कर स्कूली बच्चों की। स्थानीय लोगों ने शासन व प्रशासन से इस दिशा में सार्थक पहल करने की मांग की है, जिससे स्कूल तक मार्ग सुगम हो सके।
इस संबंध में एसडीएम कुंवर सचिन सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।