इमामबाड़ा स्टेट में पहले रोजे का पहला सामूहिक रोजा इफ्तार का हुआ आयोजन
पार्षद समद गुफरान के पिता के जमाने से चला आ रहा रिवाज
रोजा इफ्तार के बाद लोगों ने देश में अमन और शांति के लिए की दुआ
गोरखपुर। मुस्लिम समाज का पाक महीना माहे रमजान चंद दिखने के बाद से दूसरे दिन पूरे एक माह का रोजा शुरू हो जाता है। मुस्लिम समाज पूरे एक महीने पूरी शिद्दत के साथ इबादत करते हुए भूखे प्यासे एक माह तक 13 से 14 घंटे का रोजा रखा जाता है। वार्ड नंबर 62 माया बाजार के पार्षद समद गुफरान के पिता स्वर्गीय गुफरान अहमद अपने जीवन काल से ही रमजान के पहले दिन सामूहिक रोजा इफ्तार का आयोजन करते चले आ रहे हैं उनके दोनों लड़के पार्षद समद गुफरान साजू और सेंट एंड्रयूज महाविद्यालय केमिस्ट्री विभाग कमर गुफरान अपने पिता की याद को ताजा रखते हुए हर साल रमजान के महीने में सामूहिक रोजा इफ्तार का आयोजन किया जाता है मोहल्ले के आसपास के लोगों और अपने मिलने जुलने वाले सभी लोगों को रोजा इफ्तार की दावत दी जाती है हालांकि पहले दिन लोग अपने घर पर ही रोजा खोलना बेहतर समझते हैं लेकिन पार्षद समद गुफरान के परिवार की मोहब्बत में लोग पहले दिन अपने घरों से निकलकर मियां बाजार स्थित इमामबाड़ा स्टेट में सामूहिक रोजा इफ्तार में शामिल हुए सभी लोगों ने एक साथ रोज खोलकर अल्लाह से दुआ की कि देश में अमन शांति मोहब्बत कायम रहे। आपसी भाईचारा बना रहे और इस पाक महीने में अल्लाह सबको बरकत दे।
पार्षद समद गुफरान की माता सेवानिवृत प्रवक्ता इमामबाड़ा गर्ल्स कॉलेज सुल्तान जहां की सरपरस्ती में उनके दोनों लड़के सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते रहते हैं और लोगों की मदद भी करते हैं। इस अवसर पर सैय्यद शहाब,कैफ़ी जमील अहमद शकील अहमद उर्फ दीवान युसूफ वारसी नबी मोहम्मद वारसी समेत तमाम लोग ने सामूहिक रोजा इफ्तार में शामिल हुए।