पापा की मैं परी हूं 

पापा की मैं परी हूं 
हर काम में खरी हूं 
रोज जाती हूं स्कूल
टीचर कहते वेरी कूल
खूब पढ़ूंगी, नाम करूंगी
देश के लिए काम करूंगी।
अरुण शाही पुत्री सृष्टि शाही
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  • लेखक अरुण आदित्य सर
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