OTP हटाओ, बहाना मत बनाओ: 10 दिन में 100% फीडिंग, वरना एक्शन पक्का!
गोरखपुर। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण-2025 के तहत गणना प्रपत्र (SIR फॉर्म) की फीडिंग में भारी सुस्ती पर मंडलायुक्त अनिल ढींगरा और जिलाधिकारी दीपक मीणा ने शनिवार को सुपरवाइजरों को कड़ी फटकार लगाई। प्रेक्षा गृह सभागार में 322-शहर व 323-ग्रामीण विधानसभा के सुपरवाइजरों की समीक्षा बैठक में दोनों अधिकारियों ने साफ कर दिया – अब कोई तकनीकी या अन्य बहाना नहीं चलेगा, 10 दिनों में शत-प्रतिशत फीडिंग पूरी होनी ही है।
बड़ी राहत की खबर यह है कि निर्वाचन आयोग ने बीएलओ की सबसे बड़ी शिकायत दूर कर दी है। OTP आधारित लॉगिन व्यवस्था पूरी तरह समाप्त कर दी गई है। नया अपडेटेड सॉफ्टवेयर जारी हो चुका है, जिसमें OTP की जरूरत ही नहीं। डीएम ने कहा, “अब सबसे बड़ा रोड़ा हट गया, तेजी से काम करें।”
मुख्य निर्देश एक झटके में:
– हर बीएलओ रोजाना न्यूनतम 10% फीडिंग करे, 1-2% की रफ्तार अब बर्दाश्त नहीं।
– 200-300 फॉर्म भरते ही तुरंत फीडिंग शुरू हो, इंतजार न करें।
– जिन बीएलओ ने अभी तक फॉर्म भी ठीक से नहीं बांटे, उन पर सख्त कार्रवाई होगी।
– सर्वर स्लो होने की शिकायत पर डीएम बोले – “यह दिक्कत पूरे देश में है, आधा-पौन घंटे की है। सर्वर ठीक होते ही झपट्टा मारकर फीडिंग करें।”
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने शहर के बीएलओ को पार्षदों व नगर निगम टीम से तुरंत सहयोग लेने का आदेश दिया। सदर तहसील में फीडिंग के लिए विशेष व्यवस्था की गई है – भरे फॉर्म लेकर वहां पहुंचें और बैठकर फीडिंग पूरी करें।
कमजोर प्रदर्शन करने वाले बीएलओ को चिह्नित करने और उन्हें सहयोग देने की जिम्मेदारी सुपरवाइजरों को सौंपी गई। बैठक में एडीएम विनीत कुमार सिंह, एसडीएम दीपक गुप्ता, एसीएम प्रशांत वर्मा, तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह सहित सभी सुपरवाइजर व निर्वाचन कर्मी मौजूद रहे।
मंडलायुक्त व डीएम का अंतिम संदेश बुलंद आवाज में गूंजा “10 दिन, 100% फीडिंग, कोई ढिलाई नहीं, कोई रियायत नहीं। लक्ष्य पूरा न हुआ तो जिम्मेदारी तय होगी।”















