भ्रष्टाचार की शिकायत पर बदले की कार्रवाई: अधिवक्ता के घर और शिवलिंग मंदिर पर नगर निगम की तोड़फोड़।
गोरखपुर। नगर निगम की अतिक्रमण हटाओ मुहिम अब विवादों के घेरे में है। रेल विहार कॉलोनी में अधिवक्ता सुमित कुमार मिश्रा के घर पर की गई ध्वस्तीकरण कार्रवाई ने तूल पकड़ लिया है। आरोप है कि भ्रष्टाचार की शिकायत करने की सजा के रूप में नगर निगम ने न केवल उनके घर को निशाना बनाया, बल्कि वहां स्थित शिवलिंग मंदिर को भी तोड़ दिया और तिरंगे का अपमान किया। इस मामले में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भानु पांडेय ने अधिवक्ताओं के साथ नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल से मुलाकात कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। नगर आयुक्त ने दो दिन में जांच का आश्वासन दिया है।
सुमित कुमार मिश्रा ने चिलुआताल थाने में दी तहरीर में बताया कि नगर निगम के जेई अतुल कुमार ने एक माह पहले उनके बड़े भाई विनीत कुमार मिश्रा से ₹25,000 की मांग की थी। इसमें ₹15,000 अधिशासी अभियंता के लिए और बाकी उनके लिए होने की बात कही गई। रिश्वत न देने पर 2 सितंबर को दोपहर 12 बजे उनके घर पर तोड़फोड़ की गई। मिश्रा का आरोप है कि इस कार्रवाई में शिवलिंग मंदिर को ध्वस्त कर तिरंगे का भी अपमान किया गया।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और दर्जनों अधिवक्ताओं ने नगर आयुक्त से मुलाकात कर जेई और अधिशासी अभियंता पर सख्त कार्रवाई की मांग की। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो दिन में जांच कराने का भरोसा दिलाया। वहीं, जेई अतुल कुमार ने फोन पर बातचीत में आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उच्च अधिकारियों के जवाब मांगने पर वह अपना पक्ष रखेंगे।