युवा चेतना की रजत जयंती: हॉकी गोल्ड कप में नई पीढ़ी का जोश
हॉकी हमारी धरोहर, इसे जीवंत रखें: कुलपति
गोरखपुर । युवा चेतना समिति की रजत जयंती पर आयोजित स्वर्गीय सुभाष चंद्र अग्रवाल स्मृति हॉकी गोल्ड कप का फाइनल एमएसआई इंटर कॉलेज, बक्शीपुर में रोमांचक अंदाज में संपन्न हुआ। स्टेडियम में दर्शकों की तालियों और हॉकी स्टिक की टकराहट ने माहौल को जीवंत कर दिया।
मुख्य अतिथि प्रो. पूनम टण्डन, कुलपति, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, ने कहा, “हॉकी पूर्वांचल की सांस्कृतिक धड़कन है, इसे संजोना हमारा दायित्व है।” विशिष्ट अतिथि डॉ. एके पाण्डेय, प्रो. अनुभूति दुबे, डॉ. पी.पी. गुप्ता, मान्धाता सिंह, डॉ. रहमत अली, अंगद अग्रवाल, अचिंत्य लहरी, प्रो. धर्मव्रत तिवारी, सुधांशु चंद्र सहित आयोजकों इंजी. आशुतोष मिश्रा, विनोद प्रकाश पांडेय, किरण सिंह, प्रिया सिंह, संजय वर्मा, आलोक सिंह, नागेंद्र मिश्रा, रवि श्रीवास्तव, अंकिता मिश्रा, माइकल जैक्सन, मोहम्मद इमरान, विकास श्रीवास्तव और रूपम त्रिपाठी ने आयोजन को ऐतिहासिक बनाया।
बालक वर्ग के फाइनल में एमके स्पोर्टिंग देवरिया ने मौलाना आजाद को ट्राई-ब्रेकर में 5-4 से हराकर खिताब जीता। महिला वर्ग में स्पोर्ट्स कॉलेज गोरखपुर ने रीजनल स्टेडियम को 2-0 से मात दी। स्ट्राइकरों की आक्रामकता और गोलकीपरों की चौकसी ने दर्शकों को बांधे रखा। निर्णायकों वसीम खान, बादशाह आलम, सच्चिदानंद राय, अनवर, दरवा अख्तर, सूर्यनाथ शर्मा, मनोज कुशवाहा और रिजवान अहमद की सतर्कता ने मैच को निष्पक्ष बनाया। एमएसआई के प्रधानाचार्य मुख्तार अहमद और खेल शिक्षक गौरव सिंह ने मैदान की शानदार तैयारी की।
मान्धाता सिंह ने कहा, “यह आयोजन पूर्वांचल की खेल संस्कृति का पुनर्जागरण है।” उन्होंने रीता मिश्रा और शहाब हुसैन का आभार जताया। पांच खास झलकियां: ट्राई-ब्रेकर में देवरिया की जीत, स्पोर्ट्स कॉलेज का दमदार खेल, दर्शकों का जोश, निर्णायकों की निष्पक्षता और आयोजकों का समर्पण।