गोरखपुर की स्वच्छता रैंकिंग नंबर 1, पर बशरतपुर वार्ड-12 में जलभराव का संकट
गोरखपुर।। गोरखपुर ने स्वच्छता सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश में पहला स्थान हासिल कर गौरव बढ़ाया है, लेकिन शहर का बशरतपुर वार्ड-12 (भोलाजीपुरम) बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जूझ रहा है। पॉश कॉलोनी के रूप में जाना जाने वाला यह क्षेत्र जलभराव की समस्या से त्रस्त है, जिसका मुख्य कारण नालियों का निर्माण न होना है। बारिश हो या न हो, सड़कों पर पानी जमा रहता है, और कई बार नाले का गंदा पानी उल्टागोरखपुर बहकर सड़कों पर फैल जाता है, जिससे यातायात बाधित होता है और बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
वार्ड में करीब 125 घरों में 1000 से अधिक लोग रहते हैं, जिनमें ज्यादातर सरकारी कर्मचारी या रिटायर्ड अधिकारी हैं। फिर भी, मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी से निवासियों में नाराजगी है। बच्चों और बुजुर्गों को घर से निकलना मुश्किल हो जाता है, खासकर बारिश के दिनों में। स्थानीय लोगों ने बताया कि जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने से सड़कें कीचड़ और गंदगी से भरी रहती हैं, जिससे दैनिक जीवन प्रभावित होता है।
निवासियों ने कई बार नगर निगम और संबंधित अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन अब तक नाली निर्माण या जल निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं हुई। यह स्थिति स्वच्छता रैंकिंग में शीर्ष स्थान पाने वाले गोरखपुर के दावों पर सवाल उठाती है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द नाली निर्माण और नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए, ताकि इस पॉश कॉलोनी के निवासियों को जलभराव और गंदगी से निजात मिले।