मांझे से कटी डिलीवरी ब्वॉय की गर्दन, मौत: सावधानियां और अपील।
उन्नाव।
उन्नाव शहर में एक दर्दनाक घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। शनिवार सुबह करीब 11 बजे कचहरी रोड पुल पर बाइक सवार डिलीवरी ब्वॉय अमर राजपूत (33) की गर्दन में पतंग का मांझा फंस गया, जिससे गहरा घाव हो गया और उसकी मौत हो गई। अमर सदर कोतवाली के मोहल्ला हिरन नगर के निवासी थे और एक ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी में डिलीवरी का काम करते थे। उस दिन वह कल्याणी मोहल्ला में ऑर्डर डिलीवर करने जा रहे थे, जब अचानक यह हादसा हुआ। घाव इतना गहरा था कि बाइक रोकने से पहले ही खून बहने लगा। अमर ने अपनी छोटी बहन को फोन कर बताया कि गर्दन में कुछ लग गया है और जिला अस्पताल आ रही है, लेकिन अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उनकी सांसें थम गईं। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रक्षाबंधन के दिन इकलौते भाई की मौत से बहनें और परिवार वाले सदमे में हैं। पुलिस जांच कर रही है और मांझा चायनीज होने की आशंका जताई जा रही है, जो बेहद खतरनाक और प्रतिबंधित है।
यह घटना कोई पहली नहीं है। देशभर में हर साल पतंगबाजी के दौरान ऐसे हादसे होते हैं, जहां चायनीज मांझा (ग्लास कोटेड धागा) बाइक सवारों, पैदल यात्रियों और यहां तक कि पक्षियों की जान ले लेता है। चायनीज मांझा इतना तेज और मजबूत होता है कि यह त्वचा को आसानी से काट सकता है, और गर्दन जैसी संवेदनशील जगह पर लगने से जानलेवा साबित होता है। उन्नाव में इस घटना ने सनसनी फैला दी है, क्योंकि त्योहारों के मौसम में पतंग उड़ाने की परंपरा बढ़ जाती है, लेकिन सुरक्षा की अनदेखी जानलेवा बन जाती है। पुलिस का कहना है कि वे मांझे की जांच कर रहे हैं, लेकिन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज की जागरूकता जरूरी है।
अब बात सावधानियों की। पतंगबाजी एक मजेदार खेल है, लेकिन इसे सुरक्षित बनाना हमारी जिम्मेदारी है। सबसे पहले, चायनीज मांझे का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करें। यह प्रतिबंधित है और बाजार में उपलब्ध होने के बावजूद इसका उपयोग अपराध है। इसके बजाय, कॉटन या नैचुरल धागे का इस्तेमाल करें, जो कम खतरनाक होता है। पतंग उड़ाते समय खुले मैदानों में रहें, सड़कों, पुलों या व्यस्त इलाकों से दूर। अगर मांझा टूट जाए, तो उसे तुरंत हटाएं, ताकि वह किसी वाहन चालक या पैदल यात्री को नुकसान न पहुंचाए। बाइक सवारों के लिए खास सावधानी: हमेशा हेलमेट पहनें और गर्दन को स्कार्फ या नेक गार्ड से ढकें, खासकर त्योहारों के दौरान। अगर आप डिलीवरी ब्वॉय या बाइक राइडर हैं, तो रूट चुनते समय पुलों और ऊंची जगहों से बचें जहां मांझा फंसने की संभावना ज्यादा होती है। अभिभावकों को बच्चों को सिखाना चाहिए कि पतंग उड़ाना मजा है, लेकिन दूसरों की जान जोखिम में डालना गलत है। पक्षियों की सुरक्षा भी ध्यान रखें, क्योंकि मांझा उन्हें घायल कर सकता है।
लोगों से अपील है कि इस घटना से सबक लें। अमर जैसे निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए जागरूक बनें। अगर आप चायनीज मांझा बेचते या इस्तेमाल करते देखें, तो पुलिस को सूचित करें। त्योहारों में खुशियां मनाएं, लेकिन सुरक्षा को प्राथमिकता दें। सरकार से भी अपील है कि चायनीज मांझे पर सख्त प्रतिबंध लागू करें और जागरूकता अभियान चलाएं। डिलीवरी कंपनियों को अपने कर्मचारियों को सुरक्षा किट प्रदान करनी चाहिए। समाज के हर सदस्य को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकना होगा। याद रखें, एक छोटी सी लापरवाही किसी परिवार की खुशियां छीन सकती है। आइए, सुरक्षित पतंगबाजी का संकल्प लें और दूसरों की जान बचाएं।