IIT खड़गपुर के बीटेक से IAS तक: गोरखपुर के DM दीपक मीणा की कहानी
गोरखपुर: दीपक मीणा, 2011 बैच के IAS अधिकारी, वर्तमान में गोरखपुर के जिलाधिकारी (DM) हैं। 15 जुलाई 1986 को राजस्थान में जन्मे, मीणा ने IIT खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने टाटा स्टील में नौकरी शुरू की, लेकिन सिविल सेवा की ओर रुझान ने उन्हें UPSC की तैयारी के लिए प्रेरित किया। 2010 में UPSC परीक्षा पास कर वे IAS बन गए। उनकी ट्रेनिंग 29 अगस्त 2011 से 27 मई 2012 तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में हुई। इसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर आवंटित किया गया।
दीपक मीणा की पहली पोस्टिंग अलीगढ़ में हुई, जहां उन्होंने 13 अगस्त 2013 तक फील्ड ट्रेनिंग ली। इसके बाद वे आजमगढ़, सहारनपुर और अलीगढ़ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रहे। 14 अगस्त 2014 को बुलंदशहर के मुख्य विकास अधिकारी (CDO) बने और बाद में आगरा, मैनपुरी, सहारनपुर और अलीगढ़ में भी CDO के रूप में सेवाएं दीं। 2022 में उन्हें सिद्धार्थनगर और फिर मेरठ का DM बनाया गया। जनवरी 2025 में गाजियाबाद के DM नियुक्त हुए, जहां उन्होंने कांवड़ यात्रा 2025 को सुरक्षित आयोजित करने और 200 CCTV कैमरों के साथ एकीकृत नियंत्रण कक्ष स्थापित करने जैसे कार्यों के लिए प्रशंसा प्राप्त की। 29 जुलाई 2025 को यूपी सरकार ने उन्हें गोरखपुर का DM नियुक्त किया।
गोरखपुर में मीणा का ध्यान बुनियादी ढांचा परियोजनाओं, कांवड़ यात्रा प्रबंधन और जन कल्याण योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर है। उनकी प्रशासनिक क्षमता और अनुभव को व्यापक रूप से सराहा जाता है।