मोहर्रम की तैयारियों पर पुलिस अधीक्षक की सख्त नजर, गूगल मीट में शांति और सुरक्षा के लिए कड़े निर्देश।

 मोहर्रम की तैयारियों पर पुलिस अधीक्षक की सख्त नजर, गूगल मीट में शांति और सुरक्षा के लिए कड़े निर्देश।

 

गोण्डा, पुलिस अधीक्षक (एसपी) गोण्डा विनीत जायसवाल ने आगामी मोहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए 22 जून 2025 की रात कैंप कार्यालय से जनपद के सभी राजपत्रित अधिकारियों, प्रभारी निरीक्षकों, और थानाध्यक्षों के साथ गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा गोष्ठी आयोजित की। गोष्ठी में मोहर्रम के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने, संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता, और शरारती तत्वों पर नकेल कसने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए गए। एसपी ने पुलिस बल को सक्रिय और संवेदनशील रहकर जनता में विश्वास कायम करने का आदेश दिया।

एसपी के प्रमुख निर्देश:

संवेदनशील स्थानों की निगरानी: सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में संवेदनशील स्थानों, ताजिया मार्गों, और विवादग्रस्त क्षेत्रों की पहले से पहचान करने का निर्देश दिया गया। इन स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया।

शरारती तत्वों पर कार्रवाई: पूर्व में अफवाह फैलाने, झगड़ा कराने, या माहौल बिगाड़ने वाले व्यक्तियों की सूची तैयार कर उनकी कड़ी निगरानी की जाए। बीट प्रभारी सक्रिय रहकर जरूरत पड़ने पर निरोधात्मक कार्रवाई करें।

आधुनिक तकनीक का उपयोग: जुलूस मार्गों, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, और संभावित विवादित स्थानों पर ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी से निगरानी सुनिश्चित की जाए।

शांति समिति के साथ समन्वय: थाना प्रभारी शांति समिति/पीस कमेटी के साथ समयबद्ध बैठकें करें और धर्मगुरुओं, गणमान्य नागरिकों से शांतिपूर्ण त्योहार मनाने की अपील करें।

जुलूस के लिए अनुमति अनिवार्य: ताजियादारी और जुलूस के लिए पूर्व अनुमति लेना जरूरी होगा। ध्वनि विस्तारक यंत्रों और मार्ग उपयोग के लिए शासकीय मानकों का पालन अनिवार्य होगा।

पुलिस बल की तैनाती: सभी थाना क्षेत्रों में स्टैटिक और मोबाइल पुलिस ड्यूटी लगाई जाए। भीड़ नियंत्रण और आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित हों।

जनसंपर्क और त्वरित कार्रवाई: अधिकारियों को मैदान में सक्रिय रहकर जनसंपर्क करने, जनता में विश्वास बनाए रखने, और किसी भी सूचना या विवाद पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

गोष्ठी का माहौल: एसपी ने जोर दिया कि शांति और सौहार्द के माहौल में त्योहार संपन्न कराना पुलिस और समुदाय की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी अधिकारियों से संवेदनशीलता, सक्रियता, और सतर्कता के साथ कार्य करने की अपील की। गोष्ठी में जनपद के सभी थाना प्रभारियों और राजपत्रित अधिकारियों ने हिस्सा लिया, जिन्हें अपने क्षेत्रों में इन निर्देशों को लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई।

स्थानीय प्रभाव: गोण्डा पुलिस की यह पहल मोहर्रम के दौरान शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण है। ड्रोन और सीसीटीवी निगरानी जैसे आधुनिक उपायों से जुलूस और ताजियादारी की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। स्थानीय लोग इस सक्रियता का स्वागत कर रहे हैं, लेकिन अपेक्षा जता रहे हैं कि पुलिस के निर्देश धरातल पर प्रभावी रूप से लागू हों। 

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