रामायण चित्रकला कार्यशाला का रंगारंग समापन।

रायबरेली: गुरु गोविंद सिंह उद्यान पार्क में आयोजित ग्रीष्मकालीन रामायण अभिरुचि चित्रकला कार्यशाला का शुक्रवार को भव्य समापन हुआ। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने बच्चों की प्रतिभा की सराहना की और उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर उत्साहवर्धन किया। अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान, अयोध्या और संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश के सहयोग से प्रदेश के 75 जनपदों में चल रही इस कार्यशाला का रायबरेली में कैनवस क्लब द्वारा आयोजन किया गया।
कार्यशाला में बच्चों ने कलाकारों के मार्गदर्शन में रामायण की कथा को चित्रों के माध्यम से जीवंत किया। रंगों और रेखाओं से सजी उनकी कृतियों ने सभी का मन मोह लिया। जिलाधिकारी ने बच्चों की मेहनत की प्रशंसा करते हुए कहा, “ऐसे आयोजन न केवल चित्रकला को प्रोत्साहन देते हैं, बल्कि युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और सभ्यता से जोड़ने का अवसर भी प्रदान करते हैं। जनपद में इस तरह के कार्यक्रम नियमित होने चाहिए।”
समापन समारोह में बच्चों ने नृत्य, भजन और मुख सज्जा के माध्यम से भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं, जिसने समारोह में चार चांद लगा दिए। उनकी प्रस्तुतियों ने रामायण के प्रसंगों को जीवंत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जिलाधिकारी ने प्रत्येक बच्चे को व्यक्तिगत रूप से प्रोत्साहित करते हुए उनके प्रयासों को सराहा और भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों में कलात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देना और उन्हें भारतीय संस्कृति की गहराई से परिचित कराना था। कैनवस क्लब के संस्थापक अभिषेक वर्मा ने बताया कि बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ कार्यशाला में हिस्सा लिया और अपनी रचनात्मकता का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में जिला उद्यान अधिकारी जयराम वर्मा, अंशिका अवस्थी, रवि सिंह सहित कई विभागीय अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
यह आयोजन बच्चों के लिए एक यादगार अनुभव रहा, जिसने उन्हें न केवल अपनी कला को निखारने का मौका दिया, बल्कि रामायण की शिक्षाओं और मूल्यों को भी आत्मसात करने का अवसर प्रदान किया। इस तरह के सांस्कृतिक आयोजन नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने और उनकी रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।















