गोरखपुर में आज शाम एयर रेड और ब्लैकआउट मॉकड्रिल, शहर रहेगा अंधेरे में।

गोरखपुर में आज शाम एयर रेड और ब्लैकआउट मॉकड्रिल, शहर रहेगा अंधेरे में।

 

गोरखपुर। आज शाम 7:30 से 8:30 बजे तक गोरखपुर शहर युद्धकालीन परिस्थितियों का पूर्वाभ्यास करेगा। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देश पर आयोजित इस एयर रेड और ब्लैकआउट मॉकड्रिल में पूरा शहर अंधेरे में डूबेगा और सायरन की गूंज के साथ आपात स्थिति का अनुकरण होगा। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए यह अभ्यास नागरिक सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और जन-सहभागिता सुनिश्चित करने का हिस्सा है। गोरखपुर उन चुनिंदा शहरों में शामिल है, जहां यह रणनीतिक मॉकड्रिल आयोजित की जा रही है। इसका उद्देश्य युद्ध जैसी स्थिति में आमजन को जागरूक करना, आपात सेवाओं की तत्परता का परीक्षण करना और प्रशासनिक तैयारी को परखना है।

शाम 7:30 बजे दो मिनट का ऊँची-नीची आवाज वाला सायरन बजेगा, जो काल्पनिक हवाई हमले का संकेत होगा। नागरिकों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाना होगा, प्रशासनिक दिशा-निर्देश सुनने होंगे और अफवाहों से बचते हुए शांतिपूर्वक प्रक्रिया का पालन करना होगा। रात 8:30 बजे एक समान स्वर वाला सायरन खतरे के टलने और मॉकड्रिल के समापन का संकेत देगा। इस दौरान शहर की बिजली आपूर्ति नियंत्रित रूप से बंद रहेगी। सभी घरों, दुकानों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों को निर्देश है कि बिजली, इनवर्टर, जनरेटर या बैटरी लाइट सहित सभी प्रकाश स्रोत बंद रखें, ताकि शहर पूर्ण अंधेरे में डूबा दिखे, जैसा हवाई हमले की स्थिति में होता है।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मॉकड्रिल की रणनीति तैयार की गई, जिसमें वायुसेना, नागरिक सुरक्षा, पुलिस, चिकित्सा, अग्निशमन, संचार और आपात सेवाओं के प्रतिनिधि शामिल थे। यह अभ्यास प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि रणनीतिक रिहर्सल है, जिसमें आग बुझाने, घायलों को प्राथमिक उपचार, मलबे से लोगों को निकालने और राहत कार्यों की वास्तविक जांच होगी। वायुसेना ने मौसम को अनुकूल बताते हुए कहा कि यह समय अभ्यास के लिए उपयुक्त है, क्योंकि मौसम परिवर्तन से उड़ानों में व्यवधान संभव है।

नागरिक सुरक्षा विभाग ने स्वयंसेवक भर्ती, नागरिक प्रशिक्षण और सुरक्षा स्थापना दिवस की तैयारियों पर भी जोर दिया। प्रशासन ने नागरिकों को वास्तविक आपातकाल के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक परिवार को बिना खिड़की वाला कमरा चिह्नित करना होगा, जिसे काले पर्दों से ढका जा सके। तीन दिन का पीने योग्य पानी, सूखा भोजन, प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च, अतिरिक्त बैटरी, दवाएं, पहचान पत्र और मेडिकल रिपोर्ट तैयार रखने को कहा गया है। हवाई हमले की स्थिति में शीशे से दूर रहें, जमीन पर लेटें और सरकारी निर्देशों का पालन करें। सायरन बजने पर वाहन किनारे लगाएं, लाइट बंद करें और संदिग्ध वस्तु दिखने पर पुलिस को सूचित करें। सहायता के लिए नागरिक सुरक्षा नियंत्रण कक्ष (0551-2200444) पर संपर्क करें।

मॉकड्रिल में अपर जिलाधिकारी विनीत कुमार सिंह, वरिष्ठ सहायक उप नियंत्रक वेद प्रकाश, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, नागरिक सुरक्षा कोर के डिवीजनल वार्डेन, वायुसेना प्रतिनिधि और अन्य अधिकारी सक्रिय रहेंगे। यह अभ्यास केवल प्रशासनिक कवायद नहीं, बल्कि हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करने का साझा प्रयास है। प्रशासन ने अपील की है कि सभी नागरिक इसे गंभीरता से लें, सहयोग करें और देश की रक्षा में भागीदार बनें।

आज शाम 7:30 से 8:30 बजे तक सभी प्रकाश स्रोत बंद रखें, बच्चों को जागरूक करें, अफवाहों से बचें और सायरन के निर्देशों का पालन करें। यह मॉकड्रिल गोरखपुर को किसी भी संकट के लिए सजग, संगठित और तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। आपकी सजगता ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है।

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