पुस्तकालयों को बनाएं ज्ञान का केंद्र: कमिश्नर के निर्देश, एसडीएम करेंगे सत्यापन।
मुरादाबाद। मंडल के पुस्तकालयों को जन उपयोगी और प्रतियोगी छात्रों के लिए ज्ञान का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने स्थानीय निकाय क्षेत्रों में स्थित पुस्तकालयों की भौतिक और संचालन स्थिति का सत्यापन एसडीएम से कराने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के पुस्तकालयों में उपयोगी और ज्ञानवर्धक पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक पहल शुरू होगी।
मंगलवार को मंडलायुक्त सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने सीएम डैशबोर्ड के तहत विकास, राजस्व कार्यों और कानून व्यवस्था की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पुस्तकालयों को आधुनिक और उपयोगी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि ये केंद्र न केवल छात्रों, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी ज्ञानवर्धन का स्रोत बनें। इसके लिए पुस्तकालयों में प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें, साहित्य और अन्य उपयोगी सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
बैठक में कमिश्नर ने अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी निर्देश दिए। बच्चों के टीकाकरण में तेजी लाने के लिए धर्मगुरुओं का सहयोग लेने की सलाह दी। बिजली बिलों में अनियमितता और ट्रांसफार्मर खराब होने की समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए मुख्य अभियंता को निर्देशित किया। फसल बीमा दावों की कम स्वीकृति पर कृषि विभाग से दो दिनों में निरस्त मामलों की सूची मांगी। बिजनौर में विदुर ब्रांड को प्रोत्साहन की पहल की सराहना की गई।
कमिश्नर ने अमृत सरोवरों के निर्माण और विलुप्तप्राय नदियों के पुनरुद्धार के लिए सभी डीएम और सीडीओ को योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। गेहूं खरीद में तेजी, सामुदायिक शौचालयों के संचालन और केयरटेकरों के भुगतान पर सख्ती, निराश्रित महिला पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, नई सड़कों का निर्माण, मातृ शिशु एवं बालिका मदद योजना, श्रमिकों का पंजीकरण, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, लखपति दीदी योजना और पीएम कुसुम योजना की प्रगति की भी समीक्षा की।
बैठक में डीआइजी मुनिराज जी, मंडल के सभी जिलों के डीएम और एसपी मौजूद रहे। कमिश्नर ने सभी अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। इस पहल से पुस्तकालयों को न केवल पुनर्जनन मिलेगा, बल्कि यह युवाओं और समाज के लिए शिक्षा और प्रेरणा का सशक्त माध्यम बनेगा।















