राष्ट्रीय एकता का संकल्प: लखनऊ में CM योगी ने दिखाई ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी, पटेल की 150वीं जयंती पर एकता का संदेश
लखनऊ। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के अवसर पर लखनऊ में ‘एक भारत-आत्मनिर्भर भारत’ थीम पर ‘रन फॉर यूनिटी’ का भव्य आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं धावकों को हरी झंडी दिखाकर दौड़ का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम पटेल के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के सपने को साकार करने का प्रतीक बना, जहां सैकड़ों युवा, छात्र और गणमान्यजन एकजुट होकर राष्ट्रीय अखंडता का संकल्प लिया।
योगी आदित्यनाथ ने संबोधन में कहा, “सरदार पटेल ने 562 रियासतों को एक सूत्र में बांधा। आज हम उनका 150वां जन्मदिन मना रहे हैं, और 31 अक्टूबर 2024 से 31 अक्टूबर 2025 तक पूरे वर्ष एकता, भाईचारा और आत्मनिर्भरता के कार्यक्रम आयोजित होंगे।” उन्होंने पीएम मोदी की पहल की सराहना की, जो पटेल के आदर्शों को जमीनी स्तर पर ला रही है। दौड़ के दौरान सभी ने एकता की शपथ ली, और नारे ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ से वातावरण गूंज उठा। यह आयोजन न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देता है, बल्कि युवाओं में देशभक्ति का जज्बा जगाता है।
कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, मंत्री सुरेश खन्ना, राज्यसभा सांसद बृजलाल, लखनऊ महापौर सुषमा खर्कवाल, महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, विधान परिषद सदस्य उमेश द्विवेदी, अवनीश सिंह, लालजी प्रसाद निर्मल, पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक नीरज बोरा, शशांक वर्मा, जय देवी, देवेश कोरी, डॉ. मनोज कुमार प्रजापति, रजनीश गुप्ता, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश्वरी देवी, लक्ष्मण चौधरी, राम औतार कनौजिया सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे। इनकी मौजूदगी ने आयोजन को और गरिमामय बना दिया।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा, “रन फॉर यूनिटी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि है। युवा भागीदारी से एकता मजबूत होगी।” यह कार्यक्रम पूरे यूपी में आयोजित हो रहा है, जहां पुलिस, एनएसएस, एनसीसी के माध्यम से लाखों युवा शामिल हो रहे हैं। पटेल की जयंती पर योगी सरकार ने ड्रग-फ्री इंडिया, वोकल फॉर लोकल और योग शिविर जैसे कार्यक्रमों का भी ऐलान किया।
यह दौड़ लखनऊ को एकता का प्रतीक बना गई, जहां हर कदम भारत की अखंडता का संदेश दे रहा था। पटेल के योगदान को याद करते हुए योगी ने कहा, “उनकी दृढ़ता ने भारत को मजबूत बनाया। आज हम उसी संकल्प को आगे बढ़ाएंगे।” आयोजन ने न केवल स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया, बल्कि राष्ट्रीय एकता की भावना को मजबूत किया।















