जिला अस्पताल में रोजाना 1200 में से 150 मरीज वायरल के पहुंच रहे।
संतकबीरनगर। वायरल बुखार है तो सतर्क हो जाएं। अगर इलाज समय पर नहीं कराए तो लंबे समय तक बीमार पड़ सकते है। साथ ही यह संक्रमण दूसरों में फैल सकता है। बिना चिकित्सक के दवा लेना भी भारी पड़ सकता है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 150 के करीब मरीज वायरल बुखार से पीड़ित पहुंच रहे है। चिकित्सक इलाज के साथ बचाव के तरीके बता रहे हैं।
जिला अस्पताल में प्रतिदिन 1200 से 1300 की ओपीडी होती है। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एपी मिश्र ने बताया कि वायरल बुखार शरीर को तोड़कर लोगों को दो से तीन दिन में बेजान कर दे रहा है। वहीं, कंपकपी देकर बुखार आ रहा है। छह से सात दिन तक यह बुखार रह रहा है। ऐसे में बीच में इलाज न छोड़ने की सलाह डॉक्टर दे रहे हैं।
वरिष्ठ फिजीशियन ने बताया कि पिछले सालों में डेंगू की चपेट में आए लोगों को अधिक सतर्क होने की जरूरत है। यह एक-दूसरे में भी फैल रहा है। डेंगू, मलेरिया के साथ ही वायरल भी लोगों को बेदम कर रहा है। इस बार खास तौर पर वायरल ने अपना स्वरूप बदला हुआ है। पूरे शरार में दर्द के साथ ही पेट और छाती में जलन भी महसूस हो रही है।
दवा से जहां पहले वायरल का असर तीन से चार दिन में खत्म हो जाता था। वहां अब असर छह से सात दिन तक रह रहा है। ऐसे में मरीजों को सतर्क रहने की जरूरत है। वायरल होने पर डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवाएं बंद करें। जिला अस्पताल में दिखाने आई रूकमणि, विरजू, दीपचंद ने बताया कि उन्हें पांच दिन से बुखार है और शरीर दर्द कर रहा है। दिखाने आए थे तो डॉक्टर ने बताया कि यह वायरल है। इसमें सतर्क रहें और लगातार दवा का सेवन करें।















