मिलावटखोरों पर सख्ती: गोरखपुर में ₹60 लाख का जुर्माना, पेशेवर अपराधियों के पोस्टर लगाने की सिफारिश।
गोरखपुर। खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की कार्रवाई ने मिलावटखोरों के होश उड़ा दिए हैं। सहायक आयुक्त खाद्य डॉ. सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में विभाग ने वित्तीय वर्ष में व्यापारियों पर ₹60 लाख का जुर्माना लगाया है। साथ ही, पेशेवर अपराधियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाने की सिफारिश शासन को भेजी गई है, ताकि ऐसे लोगों को बेनकाब किया जा सके।
डॉ. सिंह ने बताया कि अगस्त माह में अपर जिलाधिकारी कोर्ट में 17 लोगों पर जुर्माना लगाया गया, जबकि क्रिमिनल कोर्ट में 6 लोगों पर जुर्माने के साथ दो साल तक पर्यवेक्षण का आदेश दिया गया। इनके आचरण की निगरानी होगी और दोबारा अवैध गतिविधियों में पाए जाने पर जेल की सजा भुगतनी पड़ेगी। वित्तीय वर्ष में 55 मुकदमे माननीय न्यायालय में दायर किए गए हैं। पनीर मिलावट के मामले में एफआईआर दर्ज कर कई आरोपियों को जेल भेजा गया है।
मीडिया से बातचीत में डॉ. सिंह ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा, “खाद्य पदार्थों में मिलावट समाज के लिए घातक अपराध है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि विभाग निरंतर अभियान चला रहा है और मिलावटखोरों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। पेशेवर अपराधियों को चिह्नित कर उनके नाम और पोस्टर सार्वजनिक करने की सिफारिश शासन से की गई है, ताकि जनता को जागरूक किया जा सके।
यह अभियान न केवल मिलावटखोरों में खौफ पैदा कर रहा है, बल्कि आम जनता के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण कदम है। विभाग की इस सख्ती से गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा को लेकर एक नई उम्मीद जगी है। प्रशासन से अपेक्षा है कि यह कार्रवाई निरंतर जारी रहे, ताकि मिलावट का यह गोरखधंधा पूरी तरह खत्म हो सके।