मंडी में आम-लीची की बहार, कीमतों में राहत की उम्मीद
गोरखपुर: महेवा मंडी में फलों का रंगीन मेला सजने लगा है। स्थानीय बागों से आम और लीची की आवक में जबरदस्त इजाफा हुआ है, वहीं जामुन और अमरूद भी बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं। बढ़ती आपूर्ति के साथ व्यापारी और ग्राहक दाम में गिरावट की उम्मीद लगाए बैठे हैं। जून के इस महीने में फलों की भरपूर उपलब्धता ने मंडी को गुलजार कर दिया है, जो खरीदारों के लिए राहत की खबर लेकर आई है।
महेवा मंडी में प्रतिदिन 12 टन आम की आवक हो रही है। गोरखपुर के ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ बाराबंकी और महाराजगंज से भी रसीले आम मंडी पहुंच रहे हैं। थोक मंडी में आम की कीमत 25 से 35 रुपये प्रति किलो है, जबकि फुटकर बाजार में यह 50 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। दशहरी, सिंदूरी और गवरजीत जैसे स्वादिष्ट आमों की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा, लीची की मिठास और जामुन की ताजगी भी ग्राहकों को लुभा रही है। अमरूद की मौजूदगी ने बाजार को और रंगीन बना दिया है।
महेवा मंडी के व्यापारी और गोरखपुर फूड्स एसोसिएशन के महामंत्री विजय कुमार सोनकर ने बताया, “जून में आम की आवक चरम पर होती है। शुरुआती सीजन में आंध्र प्रदेश और उड़ीसा से दशहरी और बादामी आम मंगाए जा रहे थे, लेकिन अब स्थानीय बागों से आपूर्ति बढ़ गई है।” उन्होंने आगे कहा कि लीची और जामुन की आवक भी जोर पकड़ रही है, जिससे आने वाले दिनों में कीमतों में कमी की संभावना है।
एक अन्य व्यापारी रमेश गुप्ता ने बताया, “स्थानीय उत्पादन बढ़ने से मंडी में विविधता और मात्रा दोनों बढ़ी हैं। ग्राहकों को अब बेहतर गुणवत्ता वाले फल किफायती दामों पर मिल रहे हैं।” फुटकर बाजार में भी ग्राहकों की भीड़ बढ़ने लगी है, जो सस्ते और ताजे फलों की तलाश में मंडी का रुख कर रहे हैं।
बढ़ती आवक से न केवल व्यापारियों के चेहरे खिले हैं, बल्कि आम लोग भी राहत महसूस कर रहे हैं। ग्राहकों का कहना है कि कीमतों में कमी की उम्मीद ने उनकी रसोई को और स्वादिष्ट बना दिया है। महेवा मंडी अब फलों की मिठास और ताजगी का केंद्र बन चुकी है, जहां हर कोई अपने पसंदीदा फल का लुत्फ उठा सकता है।