शाश्वत त्रिपुरारी ने गोरखपुर में सीडीओ का पदभार ग्रहण किया।
गोरखपुर: 2021 बैच के आईएएस अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी ने गोरखपुर में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) का पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने विकास भवन के सभी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया और कर्मचारियों को समयबद्ध कार्य निस्तारण के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मचारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
श्री त्रिपुरारी ने जोर देकर कहा कि फरियादियों की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण समाधान उनकी प्राथमिकता होगी। साथ ही, सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं और परियोजनाओं को शीघ्र पूरा कर जनता को समर्पित किया जाएगा। गोरखपुर के चौमुखी विकास में योगदान देने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं।
शाश्वत त्रिपुरारी प्रयागराज के निवासी हैं। उनके पिता शरद चन्द्र मिश्र दूरदर्शन महानिदेशालय, दिल्ली में उप महानिदेशक हैं, जबकि मां पूनम मिश्रा यूपी भवन में मुख्य वित्त अधिकारी हैं। शाश्वत की प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज में हुई। पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पास किया। इसके बाद उन्होंने IIT से इंजीनियरिंग पूरी की। बचपन से ही सिविल सेवा में जाने का सपना देखने वाले शाश्वत ने इंजीनियरिंग के साथ-साथ सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। पहले प्रयास में 2019 में उन्होंने UPSC में 78वीं रैंक हासिल की। इसके बाद 2021 में 19वीं रैंक प्राप्त कर वे आईएएस अधिकारी बने।
गोरखपुर में इससे पहले वे प्रशिक्षण के दौरान बांसगांव, नगर निगम, और कैंपियरगंज तहसील में जॉइंट मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य कर चुके हैं। हाल ही में अलीगढ़ में जॉइंट मजिस्ट्रेट के पद से उन्हें गोरखपुर का सीडीओ नियुक्त किया गया। पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद वे विकास कार्यों में जुट गए। उनकी कार्यकुशलता और समर्पण से गोरखपुर में विकास की नई गति मिलने की उम्मीद है।
शाश्वत त्रिपुरारी ने बुधवार को गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। वैशाली ट्रेन से सुबह गोरखपुर पहुंचने के बाद उन्होंने सुबह 10 बजे जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश के समक्ष अपनी जॉइनिंग दी। इसके बाद वे सीधे विकास भवन पहुंचे और कार्यभार संभाला।
पहले दिन शाश्वत ने शासन की विकास योजनाओं से संबंधित फाइलों का गहन अध्ययन किया। स्वीकृत, पूर्ण और लंबित परियोजनाओं की स्थिति जानी और कार्यालय अधीक्षकों को समयबद्ध कार्यान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने अगले तीन दिनों तक विकास भवन में विभागीय बैठकों का सिलसिला तय किया। शाश्वत ने स्पष्ट किया कि सभी कर्मचारी अपने दायित्वों का गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निष्पादन करें। किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फरियादियों की समस्याओं का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान उनकी प्राथमिकता है। साथ ही, सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए पहले दिन से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। शाश्वत ने विकास कार्यों में पारदर्शिता और गति लाने का संकल्प जताया।
शाश्वत त्रिपुरारी प्रयागराज के निवासी हैं। उनके पिता एस.सी. मिश्र प्रयागराज दूरदर्शन केंद्र के निदेशक रह चुके हैं। उनकी बहन सोनाली मिश्रा आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्होंने मदनमोहन मालवीय विश्वविद्यालय, गोरखपुर से समाजशास्त्र में इंजीनियरिंग की और तीसरे प्रयास में सिविल सेवा में सफलता हासिल की। शाश्वत ने सेंट जोसफ कॉलेज, प्रयागराज से 12वीं तक पढ़ाई की, जहां उनका विषय मानव विज्ञान था। उन्होंने पहले प्रयास में 2019 में UPSC में 78वीं रैंक और 2021 में 19वीं रैंक हासिल कर आईएएस बने।
शाश्वत की कार्यकुशलता और समर्पण से गोरखपुर में विकास कार्यों को नई गति मिलने की उम्मीद है। पहले दिन की सक्रियता ने उनके दृढ़ संकल्प को स्पष्ट कर दिया।