452 दिव्यांगजनों के चेहरे पर मुस्कान लौटी, 896 सहायक उपकरणों के साथ नई उड़ान
रायबरेली.
राजकीय इण्टर कॉलेज मैदान आज आशा और आत्मविश्वास की अनोखी खुशबू से महक उठा। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय व दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तहत एडीआईपी योजना के अंतर्गत आयोजित भव्य सामाजिक अधिकारिता शिविर में 452 दिव्यांग भाइयों-बहनों को 896 बहुमूल्य सहायक उपकरण निःशुल्क वितरित किए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के लोकप्रिय उद्यान एवं कृषि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, जिलाधिकारी हर्षिता माथुर एवं मुख्य विकास अधिकारी अंजुलता ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया।
मंच से मंत्री श्री सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प है कि समाज का अंतिम व्यक्ति भी सशक्त बने। आज ये उपकरण केवल लोहे-प्लास्टिक के यंत्र नहीं, बल्कि दिव्यांगजनों के सपनों को पंख हैं।” उन्होंने जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के नेतृत्व में चल रही जनकल्याणकारी योजनाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
जिलाधिकारी ने बताया कि एलिम्को-कानपुर के सहयोग से विकासखंड बछरावां, सरेनी, शिवगढ़ व हरचंदपुर में हुए परीक्षण शिविरों में चिन्हित 452 पात्र लाभार्थियों को आज 66 मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, 197 ट्राइसाइकिल, 57 व्हीलचेयर, 404 बैसाखी, 77 श्रवण यंत्र, ब्रेल केन, सुगम्य केन, सीपी चेयर आदि वितरित किए गए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोई भी पात्र व्यक्ति छूटना नहीं चाहिए।
जब एक बुजुर्ग माँ ने मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल पर बैठकर पहली बार स्वयं चलाया तो उनकी आँखों में आँसू और चेहरे पर मुस्कान देख पूरा पंडाल भाव-विभोर हो उठा।
मंच पर जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी सृष्टि अवस्थी, भाजपा जिलाध्यक्ष बुद्धिलाल, मोहन त्रिपाठी, जयपाल वर्मा, संजीव कुमार सिंह सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।















