कानपुर में सर्जरी की नई तकनीकों पर मंथन: गोरखपुर के चिकित्सक चमके
कानपुर। उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया (ASI) के तत्वावधान में कानपुर में आयोजित कंटिन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन (CME) कार्यशाला एवं सर्जरी में नई तकनीकों के उपयोग पर भव्य सम्मेलन संपन्न हुआ। इस आयोजन में गोरखपुर ASI सिटी चैप्टर के सचिव डॉ. शिवशंकर शाही की अध्यक्षता में पैनल डिस्कशन ने विशेष धूम मचाई।
विश्वस्तरीय विशेषज्ञों का जमावड़ा
मुंबई से पधारे प्रख्यात सर्जन डॉ. कुशल मित्तल, दिल्ली से डॉ. प्रवीण भाटिया सहित देशभर के ख्यातिलब्ध चिकित्सकों ने लेजर, रेडियो फ्रीक्वेंसी, स्टेपलर जैसी अत्याधुनिक तकनीकों द्वारा फिशर, फिस्टुला, बवासीर, पाइलोनिडल साइनस जैसी जटिल बीमारियों के न्यूनतम इनवेसिव इलाज पर गहन चर्चा की।
गोरखपुर से मजबूत प्रतिनिधित्व
बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज: डॉ. बी.एन.एस. यादव, डॉ. संदेश श्रीवास्तव, डॉ. योगेश प्रताप, डॉ. अशोक यादव
AIIMS गोरखपुर डॉ. गौरव गुप्ता, डॉ. हरिकेश यादव
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. नीरज श्रीवास्तव, डॉ. डी.पी. सिंह, डॉ. बहादुर सिंह
जिला अस्पताल: डॉ. ब्रह्मदत्त मल
गोरखपुर अब महानगरों से पीछे नहीं” – डॉ. शिवशंकर शाही
चिकित्सा के क्षेत्र में गोरखपुर अब किसी भी महानगर से कम नहीं। विश्व की हर नई तकनीक यहाँ उपलब्ध है। शाही ग्लोबल हॉस्पिटल में कम समय में पूर्ण इलाज संभव है।”
मेडिकल कॉलेज प्रोफेसर डॉ. संदेश श्रीवास्तव का दावा
“गोरखपुर के सर्जन मुंबई-दिल्ली के विशेषज्ञों से किसी भी मामले में कम नहीं। हर उन्नत इलाज यहाँ उपलब्ध है।”
ग्रामीण क्षेत्रों तक तकनीक पहुँचाने की योजना
विशेषज्ञों ने नई तकनीकों को दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुँचाने, प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने और लागत प्रभावी मॉडल विकसित करने पर मंथन किया।
यह आयोजन न केवल चिकित्सा समुदाय के लिए प्रेरणास्रोत बना, बल्कि गोरखपुर को पूर्वांचल का मेडिकल हब साबित करने में मील का पत्थर सिद्ध हुआ।















