महिला प्रधानों का सशक्तिकरण: चारगांव में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

महिला प्रधानों का सशक्तिकरण: चारगांव में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

गोरखपुर। पंचायती राज विभाग द्वारा राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) के तहत सशक्त महिला पंचायतों के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 को विकासखंड चारगांव में जिले के प्रत्येक विकासखंड से चयनित छह महिला प्रधानों के लिए आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

यह प्रशिक्षण महिला नेतृत्व को मजबूत बनाने और ग्रामीण विकास में उनकी सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करने का एक सशक्त माध्यम साबित हुआ, जहां जन योजना अभियान के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कार्ययोजना निर्माण पर विशेष जोर दिया गया।उपनिदेशक पंचायत हिमांशु शेखर ठाकुर ने प्रशिक्षण के समापन सत्र में महिला प्रधानों को संबोधित करते हुए कहा, “जन योजना अभियान को ग्राम पंचायतों में प्रभावी बनाने के लिए प्रशिक्षण के माध्यम से जागरूकता और कार्ययोजना निर्माण बेहद आवश्यक है।

महिला हितैषी ग्राम पंचायत ही सच्चा विकास का आधार बनेगी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों की गहन समझ होनी चाहिए, तभी ग्राम स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन संभव है। “महिला प्रधानों को नेतृत्व में महिलाओं के शोषण, घरेलू हिंसा जैसी कुरीतियों को समाप्त करने और उन्हें सशक्त बनाने का दायित्व निभाना होगा,” ठाकुर ने अपील की।प्रशिक्षण में खेल-कूद के माध्यम से जागरूकता सत्र आयोजित किए गए, जहां वरिष्ठ फैकल्टी ने ग्राम सभा की बेहतर कार्ययोजना निर्माण पर मार्गदर्शन दिया। शासन की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों जैसे मिशन शक्ति, सशक्त महिला नेत्री अभियान को शोषित और वंचित वर्गों तक पहुंचाने पर विशेष फोकस रहा।

प्रशिक्षकों ने बताया कि TMP पोर्टल पर प्रगति दर्ज करने के लिए प्रमाणपत्र वितरण किया जाएगा, जो महिला प्रधानों के प्रयासों को मान्यता देगा।प्रशिक्षण में श्रीमती लालमति, रंजू मौर्य, निर्मला देवी, पूनम देवी, मनोरमा देवी और संगीता देवी जैसी महिला प्रधानों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।

प्रशिक्षक विभा पांडे, सरिता गुप्ता, विमल शर्मा और विश्वनाथ पाठक ने अपनी विशेषज्ञता से सत्रों को जीवंत बनाया। अंत में, सहायक विकास अधिकारी पंचायत सतीश चतुर्वेदी ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा, “महिलाएं सशक्त होंगी, तभी ग्राम पंचायतें महिला हितैषी बनेंगी। अपने गांव को विकास का नया आयाम दें।”राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) के तहत यह प्रशिक्षण पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने की केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है, जो 2022-26 तक चलेगी। योजना का उद्देश्य पंचायत प्रतिनिधियों को क्षमता निर्माण के माध्यम से सशक्त बनाना है, विशेषकर महिलाओं को, ताकि वे स्थानीय शासन में प्रभावी भूमिका निभा सकें।

गोरखपुर में यह पहल ग्रामीण महिलाओं के उत्थान और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगी। प्रशिक्षण से प्रेरित महिला प्रधानें अब अपने ग्राम पंचायतों में जन योजना अभियान को नई गति देंगी, जहां महिला सशक्तिकरण विकास की धुरी बनेगा।

 

Previous articleडीएम दीपक मीणा की दोहरी पहल: बेरोजगारों को रोजगार, किसानों को खाद की गारंटी
Next articleसूर्या स्कूल में मुफ्त टैबलेट वितरण: डिजिटल शिक्षा की नई क्रांति

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here