डीएम दीपक मीणा की दोहरी पहल: बेरोजगारों को रोजगार, किसानों को खाद की गारंटी
गोरखपुर। विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता में दो महत्वपूर्ण बैठकों ने गोरखपुर के विकास को नई दिशा दी। पहली बैठक में उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन के तहत बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की रणनीति पर मंथन हुआ, जबकि दूसरी बैठक में जिलास्तरीय उर्वरक समिति ने किसानों के लिए खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। डीएम ने दोनों क्षेत्रों में जनहित को सर्वोपरि रखते हुए लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।रोजगार मिशन: युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प
डीएम दीपक मीणा ने कहा, “उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक मजबूत मंच है। सभी विभाग अधिक से अधिक बेरोजगार युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण और रोजगार से जोड़ें।” उन्होंने ब्लॉक स्तर पर जागरूकता शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए, जिसमें निजी क्षेत्र के वेंडर और औद्योगिक संस्थानों को शामिल करने पर बल दिया। “युवाओं को प्रेरित करें ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें,” डीएम ने जोर दिया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी, परियोजना निदेशक दीपक सिंह, परियोजना अधिकारी डूडा राजू कुमार, उद्योग, कृषि, मनरेगा और समाज कल्याण विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।खाद उपलब्धता: किसानों की जरूरतें प्राथमिकता
जिलास्तरीय उर्वरक समिति की समीक्षा में डीएम ने सख्त रुख अपनाया। “खाद की कमी बर्दाश्त नहीं होगी। जहां कमी है, वहां तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित करें,” उन्होंने निर्देश दिया। कृषि विभाग को खाद वितरण की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग करने और शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। “किसानों को असुविधा हुई तो संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे,” डीएम ने चेतावनी दी।जनहित पर जोर
अंत में, डीएम दीपक मीणा ने कहा, “गोरखपुर का लक्ष्य है समृद्ध किसान और आत्मनिर्भर युवा। रोजगार और कृषि विकास की रीढ़ हैं, जिन्हें मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है।” यह बैठक प्रशासन की जनहित-केंद्रित दृष्टि को दर्शाती है, जो गोरखपुर को प्रगति के पथ पर अग्रसर करने का संकल्प लेती है।