फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की समीक्षा, सीडीओ ने दिए संगोष्ठी आयोजन के निर्देश।
रायबरेली। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए/आईडीए) अभियान की तैयारियों और प्रगति की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अर्पित उपाध्याय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में अभियान को गंभीरता और प्रभावी ढंग से लागू करने पर बल दिया गया, ताकि जिले का प्रत्येक व्यक्ति इस स्वास्थ्य पहल से लाभान्वित हो सके।
सीडीओ अर्पित उपाध्याय ने निर्देश दिए कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को पूर्ण गंभीरता के साथ संचालित किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को घर-घर दवा वितरण की व्यवस्था को सुचारु करने और आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, औषधि उपचारकों और स्वास्थ्य कर्मियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि दवा सेवन को लेकर किसी भी भ्रांति को दूर करने के लिए जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन संगोष्ठियों का आयोजन करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) नवीन चंद्रा ने बताया कि जिले के आठ ब्लॉकों बछरांवा, महाराजगंज, बेलाभेला, सलोन, डीह, हरचंदपुर, जातुआटप्पा और खीरों में निर्धारित अवधि में दवा वितरण और सेवन सुनिश्चित किया जाएगा। बैठक में दवा वितरण दलों की संख्या, भंडारण, परिवहन और निगरानी व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा हुई। सीडीओ ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि दवा वितरण और सेवन की निगरानी प्रभावी ढंग से हो, ताकि कोई भी लक्षित व्यक्ति अभियान से वंचित न रहे।
बैठक में जॉइंट डायरेक्टर एनसीवीबीडीसी डॉ. रिंकू शर्मा, नेशनल मैनेजर पीसीआई डॉ. ले. कर्नल सोमनाथ बैनर्जी, नेशनल मैनेजर सीएफएआर डॉ. अखिला, नेशनल मैनेजर सीएचएआई डॉ. जयराम परासा, स्टेट मैनेजर विकास द्विवेदी, जोनल कॉर्डिनेटर डब्लूएचओ डॉ. निशांत सिंह, स्टेट टीम पैथ डॉ. शैलेंद्र मिश्रा, डीआईओएस संजीव सिंह, बीएसए शिवेंद्र सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी सृष्टि अवस्थी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी महिमा सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। यह बैठक फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिले की प्रतिबद्धता और सामूहिक प्रयासों का प्रतीक बनी।















