कार्रवाई की ज़द में आ सकते हैं अवैध होटल।
अवैध होटल संचालकों के मालिकों में मची खलबली
उत्तर प्रदेश। गोरखपुर। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के सेक्टर 22, ट्रांसपोर्ट नगर व तहसील क्षेत्र में बिना अनुमति के दर्जनों अवैध होटल संचालित हो रहे हैं। सूत्रों की माने तो सेक्टर 22 में केवल एक होटल के संचालन की अनुमति मिली थी। लेकिन कुछ वर्षों में यहां पर दर्जनों होटल खुल गए हैं। औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण इन होटलों की कमाई भी लाखों में है। गीडा प्रशासन अब इन अवैध होटलों को नोटिस भेजकर कार्रवाई के मूड में है। बताते चले कि औद्योगिक विकास होटल के लिए गीडा की तरफ से नियम बनाए जाते हैं। इसके तहत औद्योगिक भूखंड, व्यावसायिक भूखंड तथा आवासीय भूखंड की कटेगरी तय की जाती है। जिसमें सभी को मानचित्र का अप्रूवल लेना पड़ता है। साथ ही अलग-अलग दरों पर भूखंड आवंटित किए जाते हैं। गीडा सेक्टर 22 में ट्रांसपोर्ट नगर बनाया गया था जिसके तहत भूखंडों का आवंटन किया गया है। गीडा के तरफ से आवंटित भूखंडों पर अवैध तरीके से होटल संचालित किया जा रहे हैं। अवैध रूप से चल रहे एक दर्जन से ऊपर होटलों की सूची गीडा प्रशासन ने तैयार कराई है। इन होटलों के संचालक किसी न किसी राजनीतिक दलों से जुड़े हुए हैं, यही कारण है कि जब भी इन पर कार्रवाई की बात आती है तो यह अपने रसूख के बल पर मामले को ठंडे बस्ते में डलवाने में कामयाब हो जाते हैं।
जांच के लिए कमेटी गठित : आईएएस सीईओ अनुज मलिक
इस संबंध में सीईओ गीडा अनुज मलिक का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। अवैध तरीके से संचालित हो रहे होटलों के दस्तावेज की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया गया है। इसके लिए एक कमेटी भी गठित की गई है। अगर कोई होटल अवैध रूप से संचालित होता पाया जाता है तो होटल को सील करने के साथ ही उसके संचालक के विरुद्ध कड़ी कार्यवाई की जाएगी।