चांद दिखने के साथ शुरू हुआ इस्लामिक त्योहार मुहर्रम बजने लगे ढोल तासे
गोरखपुर/ पिपरौली
पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की याद में मस्जिद और मुहल्लों में जंगनामा पढ़ा जा रहा है। इसमें इमाम हुसैन की बहादुरी, हक, डटे रहना और मरसिया पढ़कर फातिहा दिलाया जा रहा है।
सन 61 हिजरी (680वीं) में इराक के कर्बला में पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन समेत उनके 72 साथी शहीद हो गए थे। यह जंग इराक के कर्बला में यजीद की सेना और हजरत इमाम हुसैन के बीच हुई थी। इस जंग में इमाम हुसैन ने इस्लाम की रक्षा के लिए अपने 72 साथियों के साथ शहादत दी थी। इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत के गम में मोहर्रम मनाया जाता है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए मोहर्रम का महीना गम का महीना होता है।
मुस्लिम धर्म से जुड़े लोगों का त्योहार मुहर्रम शुरू हो गया है शहर से गांवों तक ढोल और तासे बज रहे है आज सातवी का जुलुश बड़ी धूम धाम से निकाला गया पिपरौली ब्लॉक के नेवास गांव में भी मुहर्रम का त्योहार आपसी शौहार्द और भाईचारे के साथ मनाया जा रहा है आज सातवीं का जुलुश जोसो खरोश के साथ मुस्लिम लोगो ने निकाला ढोल तासे के धुन के साथ लाठी खेलना भी अच्छा लगा इस अवसर पर युवा समाजसेवी मानवेन्द्र शाही (बंटू) ने बताया कि हमारे ग्राम सभा मे हर साल मुहर्रम का त्योहार भाई चारे और शांति के साथ मनाया जाता है हिन्दू मुस्लिम सभी लोग ताजिये और ढोल तासे को देखकर आनंदित होते है चौकी इंचार्ज पिपरौली आलोक राय , रविनेश यादव हेड कांस्टेबल आदि सुरक्षा में मुस्तैद रहे । इस अवसर पर ग्राम सभा नेवास के मानवेन्द्र शाही ,सूरज सेंगर, उदयराज, सोनू , अशोक सिंह , संतोष सिंह, कमालुद्दीन खान (पूर्व B.D.C) सदस्य, इस्तियाक अहमद, मो- आबित, डॉ नौसाद आलम, मेराज अहमद, मोहम्मद रियाज, नशेड़ी अहमद, मेदन अली, भुयर अली, सेराज खान, अख्तर अली, खोजा अहमद, शमीमा खातून, सलमा खातून, मेरूनिशाँ , आदि मौजूद रहे















