डीएम का सख्त निर्देश: धान खरीद का पैसा समय पर न मिला तो अफसरों पर गिरेगी गाज
रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने बुधवार को बिना पूर्व सूचना के महराजगंज तहसील के दो धान क्रय केंद्रों पर पहुंचीं और पूरी व्यवस्था की बारीकी से पड़ताल की। मंडी समिति परिसर और टूक साधन सहकारी समिति में चल रहे केंद्रों पर उन्होंने न सिर्फ तौल कांटे, भंडारण और रिकॉर्ड की जांच की, बल्कि लाइन में खड़े किसानों से सीधा संवाद भी किया।किसानों ने बताया कि तौल और गुणवत्ता जांच तो ठीक चल रही है, लेकिन कुछ केंद्रों पर बोरे की कमी और भुगतान में देरी की शिकायतें हैं। यह सुनते ही डीएम सख्त हो गईं। उन्होंने मौके पर मौजूद क्रय एजेंसी के अधिकारियों को तलब कर साफ चेतावनी दी, “धान खरीद का पूरा भुगतान नियमानुसार 48-72 घंटे के अंदर किसानों के खाते में पहुंचना अनिवार्य है। अगर एक भी दिन देरी हुई तो जिम्मेदार अधिकारी पर सीधी कार्रवाई होगी – निलंबन तक – होगी।”डीएम ने किसानों से अपील की कि यदि कहीं भी लापरवाही दिखे तो वे तुरंत जिला प्रशासन या खुद उनसे संपर्क करें। उन्होंने कहा, “सरकार की प्राथमिकता है कि किसान को उसकी फसल का सही दाम समय पर पाए। इसके लिए हम हर स्तर पर निगरानी रख रहे हैं और औचक निरीक्षण आगे भी जारी रहेंगे।”निरीक्षण के दौरान एडीएम (प्रशासन) सिद्धार्थ और डीएफएमओ सोनी गुप्ता सहित अन्य अधिकारी साथ रहे।
जिलाधिकारी के इस दौरे से क्रय केंद्रों पर हड़कंप मच गया और अधिकारियों ने तत्काल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिए















