मुख्य सचिव की सख्त हिदायत: पीसीएस-जे और वन सेवा परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित करें
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एस.पी. गोयल ने सोमवार को लखनऊ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस-जे) और सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा-2025 की तैयारियों की समीक्षा की।
गोरखपुर मंडलायुक्त सभागार में आयोजित इस बैठक में मंडलायुक्त अनिल ढिंगरा, जिलाधिकारी दीपक मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर, एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह और डीआईओएस अमरकांत सिंह ने हिस्सा लिया। यह बैठक परीक्षा की निष्पक्षता और सुचारू संचालन के प्रति प्रशासन की कटिबद्धता को दर्शाती है।मुख्य सचिव ने बताया कि 12 अक्टूबर 2025 को होने वाली इस परीक्षा में गोरखपुर के 41 परीक्षा केंद्रों पर 19,224 अभ्यर्थी भाग लेंगे, प्रत्येक केंद्र पर औसतन 480 परीक्षार्थी दोनों पालियों में शामिल होंगे।
दो सरकारी और 39 गैर-सरकारी विद्यालयों को केंद्र बनाया गया है। सुरक्षा और शुचिता के लिए 41 सेक्टर और 41 स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।
एस.पी. गोयल ने सख्त निर्देश दिए, “परीक्षा को पूर्ण निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ संपन्न कराएं। किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने प्रत्येक केंद्र पर पर्याप्त पुलिस बल तैनाती और अनियमितता रोकने पर जोर दिया। डीएम दीपक मीणा ने कहा, “प्रशासन और पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। किसी भी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई होगी।”एसएसपी राज करन नय्यर ने सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी, “ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रखने के लिए टीआई, टीएसआई और ट्रैफिक जवानों की ड्यूटी लगाई गई है।” मंडलायुक्त अनिल ढिंगरा ने बताया कि प्रवेश, निकास, पेयजल, स्वच्छता और बिजली की व्यवस्था पूर्ण है।
“केंद्र व्यवस्थापकों को आकस्मिक स्थिति में जिला नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने के निर्देश हैं,” उन्होंने कहा।मुख्य सचिव ने निष्पक्षता के लिए 50% बाहरी और 50% स्थानीय शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक नियुक्त करने का निर्देश दिया। “हर अभ्यर्थी को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष वातावरण में परीक्षा देने का अवसर मिले, यही हमारा लक्ष्य है,” उन्होंने जोर दिया। यह बैठक गोरखपुर में परीक्षा की सफलता और अभ्यर्थियों के हितों की रक्षा का मजबूत संदेश देती है।