एक दिन की एसपी संतकबीरनगर बनी श्रेया चौधरी: जनसुनवाई कर पीड़ितों को दिया न्याय का आश्वासन
संतकबीरनगर। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा एवं स्वावलंबन के लिए संचालित मिशन शक्ति फेज-5.0 के तहत हीरालाल रामनिवास इंटर कॉलेज, खलीलाबाद की कक्षा 12वीं की मेधावी छात्रा श्रेया चौधरी (पुत्री हृदयराम, निवासी छोटी सरौली, थाना कोतवाली खलीलाबाद) को एक दिन के लिए पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतकबीरनगर बनाया गया। यह अनूठी पहल छात्राओं में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना जगाने के उद्देश्य से आयोजित की गई।
कार्यक्रम के दौरान श्रेया चौधरी ने पुलिस कार्यालय, संतकबीरनगर में जनसुनवाई की। उन्होंने प्राप्त प्रार्थना-पत्रों को ध्यान से सुना और उनकी जांच एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए। पीड़ितों को न्याय का पूर्ण आश्वासन देते हुए श्रेया ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, तथा कोई भी शिकायत छूटने न पाए। इस जनसुनवाई में दर्जनों महिलाओं और छात्राओं ने भाग लिया, जिन्होंने अपनी समस्याएं रखीं।
जनसुनवाई के बाद श्रेया ने अन्य छात्राओं के साथ सार्थक चर्चा की। उन्होंने मिशन शक्ति फेज-5.0 की रूपरेखा, पुलिस की कार्यप्रणाली, महिला अपराधों से जुड़े कानूनी प्रावधानों (जैसे POCSO एक्ट, घरेलू हिंसा अधिनियम) तथा गुड टच-बैड टच, साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर प्रकाश डाला। हेल्पलाइन नंबरों 1090 (महिला हेल्पलाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन), 112 (इमरजेंसी), 1930 (साइबर क्राइम), 108 (एम्बुलेंस), 1098 (चाइल्ड लाइन), 102 (स्वास्थ्य सेवा), 1076 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन) की उपयोगिता बताते हुए छात्राओं को निडर होकर शिकायत दर्ज करने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही, शासन की योजनाओं जैसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना आदि की जानकारी साझा की।
श्रेया चौधरी ने कहा, “यह अवसर मेरे लिए अविस्मरणीय है। इससे मुझे समझ आया कि पुलिस सेवा कितनी जिम्मेदारपूर्ण है। हमारी बेटियां सशक्त हों, यही मिशन शक्ति का मूल मंत्र है।” पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना ने श्रेया की सक्रियता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्राओं में सकारात्मक सोच विकसित करते हैं, जिससे वे समाज में सशक्त नारी शक्ति बनकर योगदान देंगी।
यह पहल मिशन शक्ति के व्यापक अभियान का हिस्सा है, जो 22 सितंबर से शारदीय नवरात्रि के साथ चल रहा है। प्रदेशभर में हजारों छात्राओं को एक दिन के लिए डीएम, एसपी जैसे पद सौंपे जा रहे हैं, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में क्रांतिकारी कदम है।















