दैवीय आपदा राहत के लिए लेखपालों को ऑनलाइन आवेदन का प्रशिक्षण
गोरखपुर, मंगलवार को दैवीय आपदाओं के दौरान त्वरित राहत सुनिश्चित करने के लिए सदर तहसील सभागार में नवागत एसडीएम रोहित कुमार मौर्या की देखरेख में आपदा अधिकारी गौतम गुप्ता ने सभी लेखपालों और कानूनगो को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया का विस्तृत प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आपदा प्रबंधन में लेखपालों की महत्वपूर्ण भूमिका को सशक्त करना और जनता तक समयबद्ध राहत पहुँचाना है।
गौतम गुप्ता ने बताया कि लेखपाल आपदा प्रबंधन की रीढ़ हैं। वे मौके पर पहुँचकर नुकसान का आकलन करते हैं और ऑनलाइन फॉर्म सबमिट कर राहत प्रक्रिया को गति देते हैं। यदि समय पर फॉर्म जमा नहीं होता, तो पीड़ितों को सरकारी सहायता में देरी से परेशानी हो सकती है। प्रशिक्षण में लेखपालों को बाढ़, भूकंप, तूफान और बिजली गिरने जैसी आपदाओं के दौरान प्रभावी ढंग से कार्य करने और ऑनलाइन भुगतान प्रणाली के माध्यम से आवेदन जमा करने की तकनीकी जानकारी दी गई। गुप्ता ने जोर देकर कहा, “लेखपालों का त्वरित और सटीक कार्य पीड़ितों को वित्तीय सहायता शीघ्र उपलब्ध कराने में मदद करता है।”
एसडीएम रोहित कुमार मौर्या ने कहा, “शासन की प्राथमिकता है कि आपदा प्रभावितों को तुरंत राहत मिले। लेखपालों को अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा।” स्थानीय निवासी रमेश चौरसिया, जिन्हें पिछले साल बाढ़ राहत में सहायता मिली, ने बताया, “लेखपालों की त्वरित कार्रवाई से हमें समय पर मदद मिली। यह प्रशिक्षण और बेहतर करेगा।”
आपदा प्रबंधन में पूर्व-तैयारी, त्वरित प्रतिक्रिया और पुनर्वास शामिल है। लेखपालों को प्रशिक्षण में ऑनलाइन आवेदन प्रणाली, नुकसान आकलन और राहत वितरण की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया। प्रशिक्षण में तहसीलदार सदर ज्ञान प्रताप सिंह, कानूनगो और लेखपाल उपस्थित रहे। यह पहल गोरखपुर में आपदा प्रबंधन को और सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।















