लू से बचाव: डीएम के कड़े निर्देश, सभी विभाग अलर्ट
रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने सोमवार को बचत भवन के कलेक्ट्रेट सभागार में हीट वेव/लू से बचाव के लिए बैठक की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए लापरवाही बरतने पर सख्त चेतावनी दी। डीएम ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि लू से जनता, पशुओं और व्यवस्थाओं की सुरक्षा के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाए जाएं।
डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सभी सीएचसी और पीएचसी में चिकित्सकों की उपस्थिति, पेयजल, पंखे/कूलर और बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को गो-आश्रय स्थलों में बिजली, पानी, सेड, हरा चारा और पशुओं का नियमित चिकित्सकीय परीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, किसी भी संक्रमण पर तत्काल उपचार का आदेश दिया।
बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्कूलों में शौचालय, पेयजल और बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने तथा दिशा-निर्देशों के अनुसार विद्यालय संचालन सुनिश्चित करने को कहा गया। विद्युत विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति, शिकायतों का त्वरित निस्तारण और जीर्ण-शीर्ण तारों की मरम्मत का निर्देश दिया।
पर्यटन विभाग को धार्मिक और पर्यटक स्थलों पर साफ-सफाई और पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने, जबकि नगर पालिका को धार्मिक स्थलों पर ठंडा पानी और बैठने की व्यवस्था करने को कहा गया। ग्राम विकास और मनरेगा विभाग को अमृत सरोवरों का रखरखाव और लंबित निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए।
डीएम ने स्पष्ट किया कि लू से बचाव में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। सभी विभागों को समन्वय के साथ जनहित में कार्य करने का आदेश दिया। बैठक में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अमृता सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी नवीन चंद्रा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार, उप कृषि निदेशक विनोद कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक संजीव सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी विमल शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
यह बैठक लू के बढ़ते खतरे के बीच जिले में प्रभावी बचाव और प्रबंधन के लिए ठोस रणनीति तैयार करने में अहम कदम साबित होगी।















