अपनी दुर्दशा का दंश झेल रहा औद्योगिक क्षेत्र का डाकघर
उद्यमियों की सुविधा के लिए दो दशक पूर्व स्पीड पोस्ट डाक घर की हुई थी स्थापना
गोरखपुर/सहजनवा।
औद्योगिक क्षेत्र गीडा सेक्टर 13 में दो दशक पहले उद्यमियों व गीडा क्षेत्र के लोगों को डाकघर कि योजनाओं सुविधा के लिए संचालित किया गया था ताकि औद्योगिक क्षेत्र के लोगों को डाक घर से संबंधित सुविधा उपलब्ध कराया जा सके।
बता दे की औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 13 में डाकघर की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण गीडा द्वारा भवन बनाकर पोस्ट ऑफिस संचालित करने के लिए प्रधान डाकघर विभाग को दिया गया था। इसका संचालन भी दो दशक पूर्व 2002 में तत्कालीन पोस्ट मास्टर जनरल की मौजूदगी में स्पीड पोस्ट खोला गया था। और कार्यालय के संचालन के लिए दो कर्मचारियों की तैनाती भी की गई थी। ताकि औद्योगिक क्षेत्र के लोगों को गीडा पोस्ट ऑफिस से मिलने वाली सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। पर जैसे-जैसे समय बीतता गया विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण औद्योगिक क्षेत्र में संचालित हो रहे। स्पीड पोस्ट ऑफिस गीडा में मिलने वाली सुविधाएं प्रभावित होने लगी और कार्यालय की स्थिति बद से बदतर हो गई। वर्तमान समय में इस पोस्ट ऑफिस से लोगों को मिलने वाली सुविधाएं भी प्रभावित होने लगी क्योंकि न तो इस गीडा स्पीड पोस्ट पर वर्तमान समय में न तो अस्थाई कर्मचारी की तैनाती है। और न ही पोस्ट ऑफिस संचालन करने के लिए जरूरी संसाधन है। भवन की स्थिति बद से बदतर हो गई। पर इसके रखरखाव की जिम्मेदार अधिकारी बेखबर है। जबकि केंद्र और प्रदेश की सरकार डिजिटल इंडिया बनाने पर विशेष अभियान चलाकर लोगों में जागरूकता फैलाया जा रहा है। पर सरकार के मंसूबों पर पानी फिर रहे डाक विभाग के आला अधिकारी क्योंकि जब संसाधन ही नहीं होगा तो लोगों को डाक विभाग की सरकारी योजनाओं का लोगों को कैसे लाभ मिल सकेगा ।
जिम्मेदार अधिकारियों को सुनें
इस संबंध में सहायक अधीक्षक प्रधान डाकघर गोरखपुर राजेश तिवारी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। भवन मेंटेनेंस कराने के लिए गीडा अधिकारियों से वार्ता किया जाएगा तथा पोस्ट ऑफिस में संसाधनों को पूरा कराने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में मुख्य कार्यपालक अधिकारी गीडा पवन अग्रवाल का कहना है। कि भवन बनाकर पोस्ट ऑफिस संचालन के लिए विभाग को हैंड ओवर कर दिया गया है। भवन रखरखाव की जिम्मेदारी प्रधान डाकघर की है।















