माफियाओं ने बेच डाली चोरमा की मिट्टी
• मिट्टी खनन माफियाओं के हौसले बुलंद अवैध खनन मे लगे वाहनों से नंबर प्लेट गायब
गोरखपुर/सहजनवा
सहजनवा तहसील क्षेत्र के तीनों ब्लाकों में इन दिनों मिट्टी खनन माफियाओं की सक्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही हद तो तब हो गई जब तहसील क्षेत्र के पाली ब्लॉक में स्थित चोरमा नाला बखीरा झील व राप्ती नदी को जोड़ता है। इस नाले की सुरक्षा व देखरेख की जिम्मेदारी बाढ़ खंड 2 गोरखपुर के पास है। चोरमा नाले से अवैध रूप से मिट्टी खनन कर बेचना शुरू कर दिया है।
पर इसके जिम्मेदार अधिकारी मुख दर्शक बने हुए हैं
बताते चलें कि सहजनवा तहसील अंतर्गत सहजनवा, पाली, पिपरौली बरवर चौराहे से बडगाहन स्थित ब्लॉकों में खनन माफिया अवैध ढंग से मिट्टी खनन को लेकर सक्रियता बढ़ती जा रही है। पहले तो औद्योगिक विकास प्राधिकरण गीडा अंतर्गत अधिग्रहित भूमि से ही अवैध खनन कर मिट्टी बिक्री करते थे, पर अब तहसील क्षेत्र के तीनों ब्लाकों में मिट्टी खनन माफियाओं की सक्रियता बढ़ गई है।
जोड़ने वाला चोरमा नाले बिडार गांव के समीप से जेसीबी मशीन से खुदाई कर बेच रहे हैं। पर सरकारी जमीनों के सुरक्षा करने वाले जिम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बने देख रहे हैं।
जिम्मेदार अधिकारियों को सुनें
उप जिलाधिकारी सहजनवा सुरेश कुमार राय का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है राजस्व पुलिस टीम की संयुक्त जांच आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। रिपोर्ट मिलते ही अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किया जायेगा।
सक्रियता इतनी बढ़ गई है कि अवैध खनन का कारोबार रात दिन फूल फल है। और इस अवैध खनन में प्रयोग किए जा रहे वाहन डम्फर व टीपर पर नंबर प्लेट भी नहीं लगाया जाता है। अब तो ग्रामीण क्षेत्रों की कार्रवाई की जाएगी। सरकारी जमीन अवैध खनन माफियाओं के निशाने पर है। इसका जीता जागता उदाहरण तहसील क्षेत्र के पाली ब्लॉक के ग्राम पंचायत बिहार में देखने को मिला कि बखीरा झील से राप्ती नदी को किया गया है।
इस संबंध में अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड 2 रूपेश खरे का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। आवश्यक कार्रवाई के लिए सहायक अभियंता को निर्देशित किया गया है।















