मारपीट के मामले में दस नामजद और 50 अज्ञात पर केस दर्ज ,वर्चस्व को लेकर दोनों खेमा में बढ़ रहा तनाव
-दूसरे पक्ष के लोग भी एसपी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग किए
-एसपी ने सीओ को सौंपी प्रकरण की जांच
-वर्चस्व को लेकर दोनों खेमा में बढ़ रहा तनाव
संतकबीरनगर।
सात दिन पूर्व कोतवाली क्षेत्र के नौरंगिया में हुए विवाद मामले में पुलिस ने दूसरे पक्ष की तरफ से पांच नामजद और 90 अज्ञात के खिलाफ शुक्रवार की देर शाम मुकदमा दर्ज किया। पीड़ित कोनी निवासी अजय चौधरी पुत्र स्वर्गीय राम सुरेश चौधरी का आरोप
छह दिन पूर्व कोतवाली क्षेत्र के नौरंगिया चौराहे पर हुए विवाद को लेकर पुलिस ने एक पक्ष की तरफ से दूसरे पक्ष के दस नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ बुधवार की देर शाम मुकदमा दर्ज किया। वहीं दूसरे पक्ष के कुछ लोग कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को एसपी कार्यालय पहुंचे और एसपी को प्रार्थना पत्र दिए। एसपी ने शिकायत की जांच सीओ सदर को सौंपी।
गोरयाभार निवासी देवेश चौधरी पुत्र राम उजागिर का आरोप है कि वह आगामी जिला पंचायत सदस्य पद के संभावित दावेदार हैं। वह इसके लिए लोगों से जनसंपर्क शुरु कर दिए हैं। आरोप है कि रजत सिंह निवासी गंगा देवरिया भी जिला पंचायत सदस्य पद के संभावित दावेदार हैं और उन्होंने अजय चौधरी निवासी कोनी को डमी उम्मीदवार बनाया है। कल और परसों अजय ने उसे फोन करके चुनाव न लड़ने और घर से न निकलने की धमकी दी थी। तीन जनवरी को वे और गांव के गोविंद खलीलाबाद आ रहे थे। नौरंगिया चौराहे पर पहुंचे ही थे, वहां अजय चौधरी, रजत आदि लोग लाठी-डंडा लेकर नौरंगिया चौराहे पर बैठे थे। इनके साथ करीब 50 लोगों की भीड़ थी। आरोप है कि लोग उसे और गोविंद को पकड़ लिए लात-घूसा से मारने लगे। उक्त लोग गोविंद का गला दबाने लगे और जानमाल की धमकी दी। वहां तमाम लोग जुट गए और उसे व गोविंद को बचाया। पुलिस ने इस मामले में कोनी निवासी अजय चौधरी, रतन सिंह, शुभम सिंह, आदित्य सिंह, गंगा देवरिया निवासी रजत सिंह, आशुतोष शाही, शिवम देव गुप्ता, राज सिंह, अमित कश्यम और 50 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया।
दूसरे पक्ष के कोनी निवासी अजय चौधरी पुत्र स्वर्गीय राम सुरेश चौधरी गुरुवार को पुलिस कार्यालय पहुंचे। एसपी को प्रार्थना पत्र दिया। उनका आरोप है कि पुरानी रंजिश को लेकर विपक्षी करीब 100-150 की संख्या में तीन जनवरी को उसके घर पर चढ़ आए। लोग उसके घर में घुस कर ढूंढने लगे। उसके न मिलने पर परिवार वालों को मारने-पीटने लगे। शोर पर आस-पास के लोग जुट गए और बीच -बचाव किए। घटना की जानकारी होने पर वह वापस घर जा रहे थे। नौरंगिया चौराहे से थोड़ा आगे गांव जाने वाले रास्ते पर उक्त लोग उसे रोक लिए और लात घूसों से बुरी तरह मारने-पीटने लगे। शोर पर काफी लोग जुट गए और बीच-बचाव किया। आरोप है कि उक्त लोग मुकदमे में फंसाने और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं। एसपी ने मामले की जांच सीओ को सौंपी है। जांच के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई की बात कही।