डीएम-एसपी की दोहरी बैठक, सड़क सुरक्षा और नशा मुक्ति पर सख्त निर्देश
रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में दो महत्वपूर्ण बैठकें हुईं। पहले जिला सड़क सुरक्षा समिति और उसके बाद एनसीओआरडी (नारकोटिक्स कोऑर्डिनेशन) की बैठक में दुर्घटनाओं की रोकथाम और नशे के खिलाफ कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक
डीएम ने ब्लैक स्पॉट्स खत्म करने, राजमार्गों के अवैध कट बंद करने, पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करने और नेशनल हाईवे को ‘मॉडल सेफ रोड’ बनाने पर जोर दिया। स्कूलों-कॉलेजों में सुरक्षा गार्ड की तैनाती और पुराने वाहनों की फिटनेस जांच के लिए सख्त हिदायत दी गई। जो संस्थान नियम नहीं मानेंगे, उन्हें नोटिस थमाई जाएगी।
गोरा बाजार-मधुबन और सब्जी मंडी के अतिक्रमण को तुरंत हटाने के आदेश दिए गए। एसपी ने मानकविहीन वाहनों को सीज करने, रॉन्ग साइड ड्राइविंग पर चालान और हाईवे पर एम्बुलेंस पेट्रोलिंग को और मजबूत करने के निर्देश दिए। हिट एंड रन मामलों में परिवहन विभाग को तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया।
एनसीओआरडी बैठक: नशे के खिलाफ जंग
दूसरी बैठक में अवैध अफीम की खेती, कच्ची शराब और नशीली दवाओं के कारोबार पर लगाम कसने की रणनीति बनी। डीएम ने कहा, “जहां भी अफीम की फसल दिखे, फौरन नष्ट करें। नशीले इंजेक्शन बेचने वाले मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस रद्द हों।” युवाओं-छात्रों में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान तेज करने के निर्देश दिए गए।
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि अवैध शराब के खिलाफ रोजाना छापेमारी हो रही है। एसपी ने प्रवर्तन अभियान को बिना रुके चलाने को कहा।
दोनों बैठकों में एडीएम सिद्धार्थ, पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता महिपाल सिंह, एआरटीओ अरविंद यादव, डीआईओएस संजीव सिंह, ईओ स्वर्ण सिंह, डॉ. अरविंद सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
रायबरेली अब सड़क पर सुरक्षित और नशे से मुक्त होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।















