पैकोलिया में शादी समारोह में हंगामा: पहली पत्नी ने स्टेज पर रोका विवाह, पुलिस बेबस
बस्ती। पैकोलिया थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार देर रात चल रहे शादी समारोह में उस समय भगदड़ मच गई जब गुजरात निवासी पहली पत्नी रेशमा अचानक जयमाल स्टेज पर पहुंच गई। उसने दूल्हे पर बिना तलाक दूसरी शादी करने का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया। दूल्हा-दुल्हन के सामने खड़ी होकर रोते हुए उसने कोर्ट मैरिज के दस्तावेज दिखाए और चीख-चीखकर न्याय की गुहार लगाई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे और विवाह रुकवाने की कोई पहल नहीं की। आखिरकार विवाह संपन्न हो गया।
रेशमा ने बताया कि तीन साल पहले गुजरात में कोर्ट मैरिज हुई थी। शादी के कुछ महीनों बाद पति का व्यवहार बदल गया। उसने दहेज के लिए उत्पीड़न शुरू किया और कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल कर दी, जो अभी लंबित है। किसी सूचना पर उसे पता चला कि उसका पति बस्ती में दूसरी शादी कर रहा है। वह तुरंत गुजरात से बस्ती पहुंची और स्टेज पर चढ़ गई। उसने दूल्हे के सामने दहेज उत्पीड़न, धोखाधड़ी और कानून तोड़ने का आरोप लगाया। समारोह में अफरा-तफरी मच गई, बैंड-बाजा बंद हो गया और मेहमान भागने लगे।
हंगामे की सूचना मिलते ही एसपी बस्ती, अपर पुलिस अधीक्षक और सीओ हरैया तक बात पहुंची। पैकोलिया थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार साहू ने कहा, “पुलिस के पास दूसरी शादी रोकने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। यह पारिवारिक विवाद और कोर्ट का मामला है। वैधता न्यायालय तय करेगा।” उनका यह बयान सुनकर रेशमा और उसके समर्थक भड़क गए।
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार हिंदू विवाह अधिनियम 1955 की धारा 494 के तहत तलाक बिना दूसरी शादी करना दंडनीय अपराध है, जिसमें 7 साल तक की सजा हो सकती है। लेकिन पुलिस स्वतः संज्ञान लेकर शादी नहीं रोक सकती। लिखित शिकायत पर ही मुकदमा दर्ज होता है।
रेशमा ने रोते हुए कहा, “मेरा पति धोखा दे रहा है, कानून तोड़ रहा है, फिर भी पुलिस कुछ नहीं कर रही। मैं उच्चाधिकारियों से मिलूंगी, कोर्ट जाऊंगी और आखिरी सांस तक न्याय की लड़ाई लड़ूंगी।” वह गुजरात लौटने की तैयारी कर रही है और पति व उसके परिवार के खिलाफ मुकदमा करने का ऐलान कर चुकी है।















