डीएम मीणा सख्त: डैशबोर्ड रैंकिंग 75वीं पर नाराजगी, लापरवाहों पर गदा
गोरखपुर। विकास भवन सभागार में मंगलवार (12 नवंबर 2025) को मुख्यमंत्री डैशबोर्ड अनुश्रवण समिति की बैठक में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने लापरवाह अधिकारियों को आइना दिखाया। शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायती राज, कृषि, पोषण, रोजगार, स्वच्छता, पेयजल व आधारभूत संरचना योजनाओं की समीक्षा में अक्टूबर माह की 75वीं रैंकिंग पर तलवार चली। “यह गोरखपुर की गरिमा के अनुरूप नहीं! विभाग सुधारें, वरना कार्रवाई,” मीणा ने चेतावनी दी।
डीएम ने डीएसटीओ अनिल कुमार को निर्देश दिए: “कमजोर विभागों पर सख्ती, अच्छा प्रदर्शन वालों को प्रोत्साहन। ई-ऑफिस फाइल भेजना अंत नहीं, फॉलोअप जरूरी। डाटा सत्यापन में चूक बर्दाश्त नहीं।” कारण बताओ नोटिस पर जवाब न देने वालों पर कार्यवाही का ऐलान: “क्या कार्रवाई शुरू होने पर जवाब आएगा? जवाबदेही तय होगी।”समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी श्रद्धा मिश्रा, डीपीआरओ, नोडल पीडब्ल्यूडी डी.ए. सिंह से योजनाओं की पड़ताल। “अद्यतन डाटा अपलोड करें, लक्ष्य पूरे करें।”
विकास भवन की बाथरूम सफाई पर नाराजगी: डीपीआरओ को तत्काल सुधार के आदेश। “नागरिकों को स्वच्छ वातावरण मिले, दुर्गंध बर्दाश्त नहीं।”मुख्य विकास अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी, जिला विकास अधिकारी राजमणि वर्मा, सीएमओ डॉ. राजेश झा, परियोजना निदेशक दीपक सिंह, डीएसओ रामेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र पांडेय, डीआईओएस अमरकांत सिंह, बीएसए रमेंद्र सिंह, एडीपीआरओ आशुतोष सिंह सहित अधिकारी उपस्थित।
डीएम ने कहा, “डैशबोर्ड जनविश्वास का आईना। मिशन मोड में काम करें, गोरखपुर टॉप पर हो।” यह बैठक प्रशासनिक जागृति का संदेश बनी।















