डीएम दीपक मीणा की सख्त चेतावनी: विद्युत व्यवस्था में सुधार लाएं, लापरवाही बर्दाश्त नहीं
गोरखपुर। सोमवार को विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में जिले की लचर बिजली व्यवस्था पर कड़ा रुख अपनाया। बिजली कटौती, ट्रांसफार्मर खराबी और फाल्ट की लगातार शिकायतों पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और तत्काल सुधार के निर्देश दिए। यह बैठक गोरखपुर में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है
डीएम ने कहा, “जनता को बिजली कटौती या फाल्ट के कारण परेशानी अस्वीकार्य है। विद्युत विभाग अपनी कार्यशैली में तुरंत सुधार लाए।” उन्होंने प्रत्येक क्षेत्र में नोडल अधिकारी नियुक्त करने का आदेश दिया, जो शिकायतों की निगरानी और त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करेंगे। “फाल्ट की सूचना पर तकनीकी टीम तत्काल मौके पर पहुंचे और मरम्मत करे,” उन्होंने जोर दिया।ट्रांसफार्मर खराबी पर विशेष ध्यान देते हुए डीएम ने निर्देश दिया कि खराब ट्रांसफार्मर को तत्काल बदला जाए ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिले।
“कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही होनी चाहिए। जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान करें,” उन्होंने सख्त लहजे में कहा।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शाश्वत त्रिपुरारी, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, अवर अभियंता (जेई), सहायक अभियंता (एई) और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। डीएम ने कहा, “हर अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि गोरखपुर में बिजली आपूर्ति सुचारू रहे। जनता को असुविधा हुई तो जिम्मेदारी तय होगी।” यह कदम न केवल विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि जनहित के प्रति प्रशासन की संवेदनशीलता को भी दर्शाता है।