पीएम मोदी का संबोधन: जीएसटी बचत उत्सव से सस्ती होंगी जरूरी वस्तुएं
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और जीएसटी बचत उत्सव की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह उत्सव गरीब, मध्यम वर्ग, युवा, किसान, महिलाओं, दुकानदारों और उद्यमियों के लिए लाभकारी होगा, जिससे उनकी बचत बढ़ेगी और त्योहारी मौसम में खरीदारी आसान होगी।
पीएम ने बताया कि 2017 में जीएसटी लागू होने से पहले देशवासी दर्जनों टैक्सों जैसे एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, वैट और सर्विस टैक्स के जाल में उलझे थे। इससे सामान की लागत बढ़ती थी, जिसका बोझ ग्राहकों पर पड़ता था। नए जीएसटी सुधारों के तहत अब केवल 5% और 18% के टैक्स स्लैब रहेंगे। रोजमर्रा की वस्तुएं, खाद्य पदार्थ, दवाएं, ब्रश-पेस्ट और बीमा जैसी चीजें या तो टैक्स-मुक्त होंगी या 5% टैक्स के दायरे में आएंगी। पहले 12% टैक्स वाली 99% वस्तुएं अब 5% स्लैब में हैं।
मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और नियो मिडिल क्लास की महत्वाकांक्षाओं को बल मिला है। 12 लाख तक की आय को टैक्स-मुक्त करने और जीएसटी दरों में कटौती से मध्यम वर्ग को डबल लाभ होगा। घर, स्कूटर, कार खरीदना और होटल में ठहरना सस्ता होगा।
उन्होंने एमएसएमई, लघु और कुटीर उद्योगों को आत्मनिर्भरता का आधार बताते हुए स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की। पीएम ने दुकानदारों के उत्साह और 2.5 लाख करोड़ की बचत की बात कही। उन्होंने राज्यों से निवेश के लिए माहौल बनाने और स्वदेशी अभियान को गति देने का आग्रह किया, ताकि विकसित भारत का सपना साकार हो।