हाइवे कट बंद करने पर ग्रामीणों का विरोध, पुलिस-एनएचएआई ने संभाला मोर्चा
गोरखपुर, सहजनवां। गोरखपुर-लखनऊ हाइवे पर जाम और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा कट बंद करने का अभियान जारी है। सोमवार को कालेसर के पास कट स्थायी रूप से बंद करने का प्रयास ग्रामीणों के तीव्र विरोध का सामना करना पड़ा। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस और एनएचएआई के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत कर चार पहिया वाहनों के लिए कट आंशिक रूप से खोलने का फैसला किया, जिसके बाद तनाव शांत हुआ।
एनएचएआई ने हाइवे पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कालेसर जीरो पॉइंट से सहजनवां तक कई कट बंद किए हैं। पहले अस्थायी तौर पर बंद किए गए कट अब स्थायी रूप से सील किए जा रहे हैं। कालेसर गांव के पास कट पहले से ही बंद था, लेकिन स्थानीय लोग पत्थर हटाकर आवागमन करते थे। सोमवार को जब एनएचएआई की टीम ने कट को पूरी तरह बंद करने का काम शुरू किया, तो ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजय यादव के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने इसका पुरजोर विरोध किया। ग्रामीणों का कहना था कि कट बंद होने से उनकी रोजमर्रा की आवाजाही और आपात स्थिति में मुश्किलें बढ़ेंगी।
विरोध बढ़ता देख स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। इसके बाद एनएचएआई के अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ग्रामीणों से संवाद किया। लंबी चर्चा के बाद चार पहिया वाहनों के आवागमन के लिए कट को आंशिक रूप से खोलने पर सहमति बनी। इस फैसले से ग्रामीण संतुष्ट हुए और विरोध समाप्त हो गया।