उत्तर प्रदेश/संतकबीरनगर में महुली थाना क्षेत्र के भैसही उर्फ भैसवरिया गांव में बुधवार को दोपहर में विद्युत शार्ट सर्किट से लगी आग में तीन रिहायशी झोपड़ियां जलकर राख हो गयीं। आग से एक दर्जन से अधिक पेड़ झुलस गए। आग लगने के बाद गांव में अफरा तफरी मच गई। ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया गया। आग बुझने के बाद पहुंचे अग्निशमन दस्ते को देख ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की।
शॉर्ट सर्किट से भैसही उर्फ भैंसवरिया निवासी हरिहर प्रसाद, हरिप्रसाद यादव पुत्र सत्यनारायण यादव के छप्पर में अचानक आग लग गयी। आग के वेग में छप्पर में रखा लकड़ी व उप्पल सहित अगल-बगल के आधा दर्जन पेड़ व एक बांस की खूंटी जलने लगी। आग का दायरा बढ़ते ही गांव में अफरा तफरी मच गई। आग के सामने ग्रामीण बेबस नजर आने लगे। इस बीच रास्ते से गुजर रहे।
दो आर्मी के जवानों ने हिम्मत का परिचय देते हुए आग बुझाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया
दोनों जवान राम अजोर व रामाज्ञा ने फोन कर बिजली का शटडाउन कराया। इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी। दोनों जवानों ने जान की परवाह किए बगैर आग बुझाने में जुट गए। दोनों जवानों को आगे बढ़ते देख अन्य ग्रामीण भी आग बुझाने में जुट गए। गांव के लोग पंपिंग सेट से आग बुझाने में जुट गए। इस बीच चिंगारी राम भवन गौतम पुत्र यमराज के छत के ऊपर टीन शेड व छप्पर तक पहुंच गई।
तहसीलदार धनघटा रत्नेश तिवारी ने बताया कि आग से नुकसान का आकलन करने के लिए लेखपाल को मौके पर भेजा जा रहा हैं।















