बरवार-देईपार मार्ग,जिम्मेदार मौन।
एक लंबा अरसे से नहीं हुआ लेपन,सड़क गड्ढों मे मेकटेज।
गोरखपुर/पिपरौली। शासन की मंशा के अनुसार मे ही गढ़ढा मुक्त का फरमान चला गया था। विभाग की अवसाद के कारण वित्तीय वर्ष के आकलन के बावजूद सड़क पर टकटकी लगाकर ठीक नहीं किया गया। जिससे लोगों को भारी झुकाव का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि अब धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
अटैचब हो कि गीडा क्षेत्र के पूर्वी क्षेत्र के बरवार सेक्टर पांच से देईपार पिपरौली क्षेत्र को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग हैं। जिससे पिपरौली क्षेत्र के अमटौरा होती, बनौरा, कैली, कोल्हुई, तेनुअन, अड़ीला पार, खरैला तीनहरा सहित हरपुर बुदहट आदि गावों के कामगार मार्ग इसी से बवार हाइवे मार्ग महानगर से दिन तक जाना होता है। जिस से कम समय में दूरी में तय करने मे आसानी से था।
पिछले दो सालों से इस सड़क पर ध्यान ही नही दिया गया।जिससे यह नेवास, राउतपार उर्फ सरैया, कुरमौल व देईपार के बीच सड़क बड़े -बड़े गडढों मे तब्दील हो गया। जब की पिछले नवम्बर माह मे हैं मरम्मत का धन रिलीज हो गया हैं।बावजूद सड़क नरककुण्ड बना हुआ है।तथा क्षेत्र की जनता को आने-जाने मे कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं।
क्या कहती हैं क्षेत्र की जनता
मानवेंद्र शाही नेवास ने बताया पिछले वर्ष सड़क की दयनीय स्थित को लेकर स्कूली बच्चे प्रदर्शन किए थे।जो समाचार पत्रों मे आया था।फिर भी कोरा आश्वासन देकर लापरवाही बरती गई।जो हम सभी दुर्दशा झेलने को मजबूर हैं।
ग्राम प्रधान देईपार चंद्र भूषण पान्डेय ने बताया कि पिछले बरसात मे सड़क जगह -जगह धंस गयीं थी।प्रार्थना पत्र दिया गया।उसी पर ऊपर से कंकड़ डाल कर छोड दिया गया।लेपन का कार्य आजतक नही किया गया।जिससे इस मार्ग से गुजरने वाले दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं।
इस मार्ग से पीड़ित पूर्व प्रधान हरिनाथ शर्मा, शिवेन्द्र सिंह, उदयराज सिंह, प्रकाश भोजवाल, रमेश दूवे , ओकार यादव, मेराज अहमद, कममालुद्दीन, रमेद्र सिंह, संतोष प्रजापति, गौरी विश्वकर्मा आदि ने बताया कि अब दो योगी सभा लेकर जाना दिया जिम्मेवार अच्छे मूडी हैं।
इस बावत सहजनवां विधायक प्रदीप शुक्ल से वर्कर को बताया गया कल देखें। इतना कह मौन साध के लिए।















