एसएसपी राजकरन नय्यर की सख्ती, अपराध समीक्षा बैठक में रात्रि गश्त तेज करने के निर्देश
गोरखपुर। बढ़ती ठंड के साथ अपराधियों की सक्रियता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजकरन नय्यर ने मंगलवार को पुलिस लाइन के वाइट हाउस सभागार में अपराध समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में कानून-व्यवस्था, पुलिसिंग व्यवस्था और अपराध नियंत्रण पर गहन चर्चा हुई। एसएसपी ने मौसम परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए रात्रि गश्त (नाइट पेट्रोलिंग) को सघन और प्रभावी बनाने के कड़े निर्देश दिए, ताकि आपराधिक तत्वों की हिम्मत तोड़ दी जाए।एसएसपी नय्यर ने कहा, “ठंड के मौसम में अपराधी अक्सर निष्क्रिय निगरानी का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। इसलिए सभी थानों की रात्रिकालीन गश्त योजना (नाइट बीट चार्ट) को पुनः व्यवस्थित करें।” उन्होंने क्षेत्राधिकारियों (सीओ) और थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि वे स्वयं रात में फील्ड में उतरें, गश्ती दलों की निगरानी करें और प्रत्येक थाने से दैनिक गश्त रिपोर्ट मुख्यालय भेजें। माइक्रो लेवल प्लानिंग पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि अपराध हॉटस्पॉट्स की पहचान कर रीयल-टाइम इंटेलिजेंस एकत्रित करें और टीमवर्क से त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें।
बैठक में एसपी अपराध सुधीर जायसवाल, एसपी ट्रैफिक राजकुमार पांडेय, सीओ कैंट योगेंद्र सिंह, सीओ कोतवाली ओमकार दत्त तिवारी, सीओ कैंपियरगंज अनुराग सिंह, सीओ चौरीचौरा मनीष शर्मा, सीओ गोरखनाथ रवि सिंह, सीओ बांसगांव, सीओ गोला, सीओ खजनी और सीओ गीडा सहित सभी थाना प्रभारी, थानाध्यक्ष एवं पटल प्रभारी मौजूद रहे। एसएसपी ने लंबित विवेचनाओं को प्राथमिकता से निपटाने और गुणवत्ता पर ध्यान देने का आदेश दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि अपराधों की पुनरावृत्ति या लंबित वारंटों पर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।महिला सुरक्षा पर विशेष फोकस देते हुए एसएसपी ने मिशन शक्ति और एंटी-रोमियो स्क्वॉड को सक्रिय करने के निर्देश दिए।
“महिला बीट पुलिसिंग को मजबूत करें, ताकि बाजारों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को सुरक्षा का एहसास हो,” उन्होंने कहा। ट्रैफिक व्यवस्था पर एसपी राजकुमार पांडेय को प्रमुख चौराहों पर तैनाती बढ़ाने और कोहरे की स्थिति में विशेष टीम तैयार करने का आदेश दिया।बीट प्रणाली को सशक्त बनाने पर जोर देते हुए एसएसपी ने कहा कि बीट स्तर पर पुलिसकर्मी स्थानीय विवादों, संदिग्ध गतिविधियों और अपराधियों की पूरी जानकारी रखें। सभी थानों को साप्ताहिक अपराध विश्लेषण रिपोर्ट अनिवार्य रूप से भेजनी होगी। उन्होंने जोर देकर कहा, “पुलिस की सबसे बड़ी ताकत जनता का विश्वास है।
थाना स्तर पर शिकायतकर्ताओं से संवेदनशील व्यवहार करें, ताकि हर पीड़ित को लगे कि पुलिस उनके साथ है।”यह बैठक जनपद में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने, अपराधियों पर नकेल कसने और नागरिक सुरक्षा को प्राथमिकता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एसएसपी नय्यर की सक्रियता से गोरखपुर में अपराध नियंत्रण को नई गति मिलेगी, और ठंड के मौसम में भी सुरक्षा का कवच मजबूत रहेगा। स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की, और उम्मीद जताई कि इससे अपराध दर में कमी आएगी।















