डोल मेला को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस अधीक्षक ने शुरू की पुलिस मित्र पहल।
कुशीनगर। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा के नेतृत्व में जनपद कुशीनगर में आयोजित होने वाले पारंपरिक डोल मेला को सकुशल और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। मेले को और अधिक सुरक्षित व सुव्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से जनपदवासियों को पुलिस मित्र के रूप में शामिल किया गया है। इस पहल ने सामुदायिक सहभागिता और पुलिस के बीच समन्वय को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पुलिस मित्र स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर मेले में भीड़ प्रबंधन, व्यवस्थित आवागमन और सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्रिय सहयोग कर रहे हैं। ये स्वयंसेवक मेले के दौरान यातायात को सुचारू रखने, भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्थानीय समुदाय को पुलिस के साथ जोड़कर अपराध नियंत्रण, सामाजिक व्यवस्था को सुदृढ़ करना और जनता में विश्वास का माहौल बनाना है।
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस मित्र पहल के तहत जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से विश्वसनीय और जिम्मेदार नागरिकों का चयन किया गया है। इन नागरिकों को पुलिस के साथ समन्वय और सुरक्षा प्रबंधों में सहयोग के लिए प्रशिक्षित किया गया है। यह पहल न केवल डोल मेले जैसे बड़े आयोजनों को सुरक्षित बनाती है, बल्कि सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देकर समाज में आपसी भरोसे और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करती है।
डोल मेला, जो कुशीनगर की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है, हर साल हजारों लोगों को आकर्षित करता है। इस दौरान सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती होती है। पुलिस मित्र पहल के जरिए स्थानीय लोगों की भागीदारी ने पुलिस के प्रयासों को और प्रभावी बनाया है। मेले में शामिल होने वाले श्रद्धालु और पर्यटक इस पहल की सराहना कर रहे हैं, क्योंकि इससे न केवल सुरक्षा बढ़ी है, बल्कि स्थानीय समुदाय और पुलिस के बीच संवाद और सहयोग भी मजबूत हुआ है।
पुलिस अधीक्षक ने जनता से इस पहल में सक्रिय सहयोग की अपील की और कहा कि सामुदायिक भागीदारी से ही कुशीनगर को सुरक्षित और समृद्ध बनाया जा सकता है।