डीएम हर्षिता माथुर ने रायबरेली में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम की बैठक की
रायबरेली: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य 1 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों, किशोरों और किशोरियों को कृमि संक्रमण से मुक्ति दिलाकर उनके स्वास्थ्य, पोषण और शैक्षणिक स्तर में सुधार करना है।
डीईआइसी मैनेजर मिथिलेश जायसवाल ने कार्यक्रम की कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी। यह अभियान 11 अगस्त 2025 से शुरू होकर 14 अगस्त 2025 तक मॉप-अप दिवस के साथ चलेगा। कृमि मुक्ति के लिए एल्बेंडाजोल टैबलेट दी जाएगी।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी नवीन चंद्रा को निर्देश दिए कि अभियान को सफल बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों का सहयोग लिया जाए। उन्होंने 11 चयनित ब्लॉकों में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर 1 से 5 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों, 6 से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बच्चों, ईट भट्टों पर कार्य करने वाले श्रमिकों और घुमंतू लाभार्थियों को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से एल्बेंडाजोल की गोली दी जाए। साथ ही, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को सरकारी, सहायता प्राप्त निजी स्कूलों और मदरसों में 6 से 19 वर्ष तक के सभी छात्र-छात्राओं को शिक्षकों के माध्यम से पूरी गोली खिलाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी बच्चा या किशोर इस अभियान से छूटे नहीं।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी नवीन चंद्रा, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) सिद्धार्थ, पीडी सतीश प्रसाद मिश्रा, स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।















