कम्युनिटी सेंटर के आवंटित भूमि पर दो दशक बाद भी नहीं शुरु होसका निर्माण।
गंदे नाले के पानी का हो रहा है जल जमाव बढां संक्रामक बीमारियों का खतरा
गीडा आवासी कॉलोनी सेक्टर 23 का है मामला
गोरखपुर/सहजनवां।
गीडा सेक्टर 23 में जिम्मेदारों का बड़ा खेल देखने को मिल रहा है। कम्युनिटी सेंटर के लिए आवंटित भूमि पर दो दशक बाद भी निर्माण शुरू नहीं हुआ। वर्तमान में भूमि गंदा जल संरक्षण केंद्र बन कर रहा गया है, जिससे कालोनी में रहने वालों को भी दिक्कत झेलनी पड़ रही है।
गीडा की तरफ से उद्योगों के विकास के साथ ही उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों एवं उद्यमियों को रहने के लिए आवास भी उपलब्ध कराया जा रहे हैं। गीडा के तरफ से करीब दो दशक पहले सहजनवां तहसील के ठीक सामने सेक्टर 23 बसाया गया है। प्लाटों के साथ ही पार्क और कम्युनिटी सेंटर के लिए भी भूमि आवंटित किया गया। पार्क तो बना दिए गए लेकिन कम्युनिटी सेंटर को लेकर गीडा के जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। खाली पड़ी कम्युनिटी सेंटर की भूमि से माफियाओं ने अवैध खनन कर मिट्टी निकाल लें गए है, जिससे बड़ा गड्ढा हो गया। गड्ढा होने के बाद गीडा के अधिकारी मुकदर्शक बन देखते रहे है, जिसका खामियाजा अब जनता को भुगतना पड़ रहा है। कम्युनिटी सेंटर के लिए आवंटित भूमि अब गंदे पानी का पड़ाव स्थल बन गया है। आवंटित भूमि में गंदा पानी जमा होने से आसपास के लोगों का रहना भी मुश्किल है। सेक्टर 23 कॉलोनी के लोगों ने गीडा के अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर कम्युनिटी सेंटर का निर्माण कराए जाने के लिए मांग भी किया लेकिन अफसर केवल आश्वासन देते रहे। वर्तमान समय में गंदा पानी से उठे दुर्गंध और उसमें पल रहे डेंगू के लार्वा लोगों के जीवन के लिए खतरा बने हुए हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार मौन होकर सब देख रहे है। ऐसे में किसी भी दिन कालोनी के लोगों का गुस्सा फूट सकता है।
इस संबंध मे एसीईओ डॉ आर डी पांडे का कहना है। कि मामला से ज्ञान में आया है। उपरांत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी